समस्तीपुर, 30 अक्टूबर (आईएएनएस)। बिहार के समस्तीपुर की चर्चित हथिनी ‘रानी’ की बीमारी के बाद मंगलवार तड़के मौत हो गई। कुछ दिनों पहले रानी का जन्मदिन धूमधाम से मनाया गया था, जिसमें 50 किलोग्राम का केक काटा गया था।
हथिनी के पालक समस्तीपुर के मथुरापुर निवासी महेंद्र प्रधान की पहचान इस क्षेत्र में पशु-प्रेमी के रूप में है।
प्रधान ने बताया कि आठ वर्षीय हथिनी रानी की चार-पांच दिन पहले तबीयत खराब हुई थी। पटना तथा अन्य जगहों के चिकित्सक इसके इलाज के लिए पहुंचे थे और उनका इलाज चल रहा था, लेकिन रानी को बचाया नहीं जा सका।
उन्होंने कहा कि हथिनी को पूरे रीति-रिवाज से दफनाया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि इसी महीने रानी का आठवां जन्मदिन यहां बड़े धूमधाम से मनाया गया था। इस समारोह में बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी भी शामिल हुए थे और उन्होंने पशु प्रेम की इस मिसाल की सराहना की थी।
उल्लेखनीय है कि प्रधान को वर्ष 2011 में माला नामक एक हथिनी उपहारस्वरूप मिली थी। वह गर्भवती थी। कुछ महीनों बाद उसने एक हथिनी को जन्म दिया, जिसका नाम उन्होंने रानी रखा। रानी के जन्म के छह महीनों बाद ही उसकी मां की मौत हो गई।
उन्होंने कहा कि रानी को उसने अपने बच्चों की तरह पाला था। वह कहते हैं कि इसे बचपन में चार-चार गाय के दूध पिलाए गए थे।