नई दिल्ली, 23 अप्रैल (आईएएनएस)। इंडियन बैडमिंटन लीग (आईबीएल) के प्रमोटर टूर्नामेंट के आयोजन के लिए हुए करार को ‘अवैध’ तरीके से रद्द करने पर भारतीय बैडमिंटन संघ (बीएआई) के खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटाने पर विचार कर रहे हैं।
मीडिया में बुधवार को आई रपटों के अनुसार, बीएआई ने आईबीएल के प्रमोटर स्पोर्टी सॉल्यूशंज प्राइवेट लिमिटेड (एसएसपीएल) के साथ अपना करार भंग कर दिया है।
एसएसपीएल की ओर से गुरुवार को जारी विज्ञप्ति के अनुसार, “आईबीएल का वाणिज्य अधिकार रखने वाली एसएसपीएल पहली प्रतिक्रिया में कहना चाहेगी कि बीएआई की यह कार्रवाई अवैध एवं अनुचित है तथा बीएआई और महाराष्ट्र बैडमिंटन संघ द्वारा प्रमोटर्स के साथ 10 वर्ष के लिए किए गए समझौते के खिलाफ है।”
विज्ञप्ति में आगे कहा गया है, “एसएसपीएल के कानूनी सलाहकार मामले का अध्ययन कर रहे हैं, जिसके बाद बीएआई एवं महाराष्ट्र बैडमिंटन संघ के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”
एसएसपीएल ने हालांकि बातचीत का विकल्प भी खुला रखा है।
एसएसपीएल ने विज्ञप्ति में कहा है, “हालांकि आईबीएल, खिलाड़ियों एवं खेल हित में एसएसपीएल इस मामले का सौहार्दपूर्ण समाधान निकालने के लिए बातचीत को हमेशा तैयार है। एसएसपीएल हर स्तर पर बातचीत को तैयार है।”
एसएसपीएल ने यह भी दावा किया है कि बीएआई द्वारा बैंक गारंटी के रूप में 50 करोड़ रुपये की मांग आईबीएल समझौते के खिलाफ है।
आईबीएल की शुरुआत 2013 में हुई तथा पहला संस्करण बेहद सफल रहने के बावजूद कंपनी और बीएआई के बीच विवाद के चलते अगले साल 2014 में इसे आयोजित नहीं किया जा सका।
पिछले वर्ष हुई वार्षिक बैठक में बीएआई ने एसएसपीएल को बैंक गारंटी के रूप में 50 करोड़ रुपये जमा करने के लिए 15 दिनों का नोटिस देने का फैसला किया।
तब एसएसपीएल ने 15 करोड़ रुपये तक की राशि बैंक गारंटी के रूप में जमा करने पर सहमति व्यक्त की थी, हालांकि बीएआई ने उसके बाद से कंपनी के साथ कोई संपर्क नहीं किया है।