बेंगलुरू, 2 अप्रैल (आईएएनएस)। केंद्र में सत्ता में आने के बाद देशभर में अपने आधार को बढ़ाने और खास तौर से उन सात राज्यों में जहां उसकी हालत कमजोर है, को मजबूत करना भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक का मुख्य ध्येय रहेगा। भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से पहले पार्टी के पदाधिकारियों और संसदीय बोर्ड के सदस्यों ने गुरुवार को यहां बैठक की।
बेंगलुरू, 2 अप्रैल (आईएएनएस)। केंद्र में सत्ता में आने के बाद देशभर में अपने आधार को बढ़ाने और खास तौर से उन सात राज्यों में जहां उसकी हालत कमजोर है, को मजबूत करना भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक का मुख्य ध्येय रहेगा। भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से पहले पार्टी के पदाधिकारियों और संसदीय बोर्ड के सदस्यों ने गुरुवार को यहां बैठक की।
पार्टी के सूत्रों के मुताबिक, जिन राज्यों में पार्टी कमजोर है उनमें तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, केरल, असम, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और ओडिशा शामिल हैं।
शुक्रवार से शुरू हो रही राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के एजेंडे पर गुरुवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की अध्यक्षता में हुई पदाधिकारियों की बैठक में चर्चा की गई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी बाद में पदाधिकारियों की बैठक में शामिल होना था और उन्हें संबोधित करना था।
भाजपा प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने बैठक के बारे में चर्चा करते हुए कहा, “पार्टी एक राजनीतिक प्रस्ताव स्वीकार करेगी और भारत की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किस तरह छवि सुधरी है इस पर एक प्रस्ताव स्वीकार करेगी।”
भाजपा नेता ने यह भी कहा कि भाजपा कार्यकर्ता क्लीन इंडिया और क्लीन गंगा अभियान में किस तरह शामिल हों।
उन्होंने कहा कि शाह ने बैठक के शुरू में सदस्यता अभियान की सफलता के लिए बधाई दी।
यह पूछे जाने पर कि भूमि अधिग्रहण विधेयक की राह में संसद में रोड़ा अटकने पर कोई चर्चा होगी या नहीं का जवाब देते हुए प्रवक्ता ने कहा, “राष्ट्रीय महत्व के सभी मुद्दों पर चर्चा होगी।”
बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले यह संभवत: अंतिम बैठक होगी और अनुमान है कि इसमें राज्य में होने वाले चुनाव पर ध्यान केंद्रित रहेगा।
हुसैन ने कहा, “क्या करेगा ‘जनता परिवार’, भाजपा जीतेगी बिहार।”
दिल्ली में खराब प्रदर्शन पर भी विचार होगा यह पूछने पर प्रवक्ता ने कहा, “विजय और पराजय दोनों पर चर्चा होगी।”