बीबीसी ने पुलिस प्रवक्ता के हवाले से बताया कि सीसीटीवी फुटेज में 17 अगस्त को मंदिर के बाहर पीले रंग की कमीज पहने एक शख्स को बैग रखते हुए देखा जा सकता है। इस बैग में बाद में विस्फोट हो गया था, जिसमें 20 लोगों की मौत हो गई थी और 130 घायल हो गए थे। मृतकों में अधिकतर विदेशी थे। इस शख्स का पहले नाम अदेम काराडाग बताया जा रहा था।
काराडाग को बैंकॉक के पूर्वी इलाके के एक फ्लैट में अगस्त के आखिर में छापा मारकर गिरफ्तार किया गया था। काराडाग को बिलाल मोहम्मद के नाम से भी जाना जाता है।
थाईलैंड पुलिस का कहना है कि इस शख्स से लिए गए डीएनए के नमूने घटनास्थल से लिए गए सबूतों से प्राप्त डीएनए से मेल नहीं खाते।
पुलिस ने इस हमले में मुख्य साजिशकर्ता के रूप में हिरासत में लिए गए एक अन्य व्यक्ति युसूफ मीरेली की संभावना से इंकार किया है।
पुलिस प्रवक्ता प्रवत थोर्नसिरी ने शुक्रवार को कहा कि इरावन मंदिर के बाहर बैग रखने वाले शख्स बिलाल मोहम्मद के लिए वारंट जारी किया गया है।
पुलिस ने इस हमले के लिए कुल 17 लोगों के नाम वारंट जारी किया है। ऐसा माना जा रहा है कि संदिग्धों के पास चीन, थाईलैंड, तुर्की और पाकिस्तानी पासपोर्ट थे। हालांकि इनकी सही नागरिकता का अभी पता नहीं चला है क्योंकि ये पासपोर्ट फर्जी हो सकते हैं।
हमले के कारणों का भी अभी पता नहीं चला है।