कोलकाता, 28 मई (आईएएनएस)। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की इलीट पैनल के अंपायर साइमन टफेल ने गुरुवार को कहा कि क्रिकेट प्रेमियों, अंतर्राष्ट्रीय खेल जगत और खिलाड़ियों को भारतीय अंपायरों के प्रति अपना नजरिया बदलने की जरूरत है।
वेबसाइट ‘क्रिकइंफो डॉट कॉम’ को दिए साक्षात्कार में टफेल ने भारतीय अंपायरों को अंतर्राष्ट्रीय मानदंड वाला न मानने की धारणा पर निराशा जताई।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अंपायरों के इलीट पैनल के मेंटर और सलाहकार टफेल ने कहा, “हमें अच्छा लगेगा यदि खिलाड़ी हमारे काम की कठिन चुनौती के प्रति बराबर सहानुभूति दिखाएं और सराहना करते हैं, बेहतर अंपायर अपना काम सही से करते हैं और हम भी आखिर इंसान ही हैं।”
गौरतलब है कि आईसीसी की इलीट पैनल में भारत का कोई भी अंपायर नहीं है।
टफेल ने कहा, “जब अंपायर अच्छा करते हैं तो उन पर कोई ध्यान नहीं देता, लेकिन जब वे कोई गलती कर बैठते हैं तो उन्हें निशाना बनाया जाता है। इसलिए भारतीय संस्कृति में मैं पसंद करूंगा यदि खिलाड़ी और कप्तान इसे समझते हैं कि उन्हें समाधान का हिस्सा बनने और भारतीय अंपायरिंग में सुधार लाने में मददगार की भूमिका निभाने की जरूरत है, न कि समस्या बढ़ाने वाले की।”
आईसीसी द्वारा 2002 में पहली बार अंपायरों के इलीट पैनल का गठन करने के बाद से सिर्फ एक भारतीय एस. वेंकटराघवन ही उसका हिस्सा बन सके हैं।