बेंगलुरू, 14 सितम्बर (आईएएनएस)। भारत में जन्मे मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) के शोधकर्ता दिनेश भाराडिया ने रेडियो तरंगों में उनके योगदान के लिए अमेरिका की मारकोनी सोसायटी का प्रतिष्ठित युवा शोध छात्र पुरस्कार जीता है।
सोसायटी ने बुधवार को एक बयान जारी कर कहा, ” भाराडिया को रेडियो (वायरलेस) संकेतों को भेजने और प्राप्त करने, जिनमें एक ही चैनल (तरंग) पर मोबाइल टेलीफोनी और डेटा दोनों को भेजना-प्राप्त करना शामिल है, के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए 2016 पॉल बरन युवा शोध छात्र पुरस्कार के लिए चुना गया है।”
28 वर्षीय भाराडिया महाराष्ट्र के कोल्हापुर के इचलकरंजी के रहनेवाले हैं और उन्होंने स्टेनफोर्ड विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट की उपाधि हासिल की है। वह भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर के पूर्व छात्र हैं।
बयान में कहा गया है, “भाराडिया के अनुसंधान ने लंबे समय की इस धारणा को गलत साबित किया है कि रेडियो तरंगों की एक ही फ्रीक्वेंसी पर भेजना और प्राप्त करना एक साथ संभव नहीं है, क्योंकि वे एक-दूसरे में व्यवधान डालते हैं।”