इंफाल, 19 फरवरी (आईएएनएस)। मणिपुर की अखंडता की शपथ लेते हुए केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को कहा कि दुनिया की कोई ताकत राज्य को तोड़ नहीं सकती और यहां के लोगों को बचाने के लिए भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) ही एक मात्र विकल्प है।
राजनाथ ने एक चुनावी सभा के दौरान कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि वे भारत सरकार और नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड इसाक-मुइवा (एनएससीएन-आईएम) के बीच हुए समझौते को लेकर मणिपुर की क्षेत्रीय अखंडता पर आशंका जाहिर कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, “समझौते में इस तरह का कोई प्रावधान नहीं है। यहां तक कि इसमें मणिपुर का नाम भी शामिल नहीं है।”
सत्तारूढ़ कांग्रेस लंबे समय से इसे चुनावी मुद्दा बनाती रही है। इसके अलावा ऑल मणिपुर स्टूडेंट्स यूनियन ने आंदोलन की शुरुआत की है और समझौते की रूपरेखा के खुलासे की मांग की है।
गृहमंत्री ने कहा, “मणिपुर सरकार ने आर्थिक नाकेबंदी को खत्म करने के लिए त्रिपक्षीय वार्ता के प्रथम चरण के लिए कोई भी प्रतिनिधि नहीं भेजा।”
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने मणिपुर सरकार की मांग पर अर्धसैनिक बल मुहैया कराए थे।
राजनाथ ने कहा, “मैं नहीं समझता कि नाकेबंदी के लिए केंद्र को क्यों दोषी ठहराया जा रहा है। भारत में शासन की संघीय प्रणाली है और संविधान में साफ कहा गया है कि केंद्र राज्य के कानून-व्यवस्था के मामले में हस्तक्षेप नहीं कर सकता।”
सिंह ने कांग्रेस को ‘डूबता जहाज’ बताया और लोगों से पूर्वोत्तर में विकास के लिए भाजपा को वोट देने का आह्वान किया।