भोपाल, 4 मार्च (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश में परीक्षा के दवाब के चलते छात्रों द्वारा की जा रही आत्महत्याओं को रोकने के लिए विधानसभा की समिति बनेगी, यह ऐलान शुक्रवार को विधानसभा अध्यक्ष सीतासरण शर्मा ने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान किया। यह समिति विभिन्न विशेषज्ञों से चर्चा कर अपनी अनुशंसाएं देंगी।
विधानसभा में कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत और आरिफ अकील ने छात्रों द्वारा की जा रही आत्महत्याओं का मामला ध्यानाकर्षण के जरिए उठाया। उन्होंने कहा कि छात्र दवाब के चलते आत्महत्या जैसा कदम उठा रहे हैं।
इस ध्यानाकर्षण का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बच्चों पर अच्छे नंबर लाने का स्कूल प्रबंधन से लेकर पालकों तक का दबाव रहता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अच्छे नंबर लाना कोई सफलता का पैमाना नहीं है, इसके लिए उन्होंने कई प्रमुख लोगों के नाम भी लिए, जो पढ़ने में अच्छे नहीं थे, मगर प्रसिद्धि और सम्मान पाया। वर्तमान दौर में छात्रों को तनाव रहित माहौल दिया जाना चाहिए।
विपक्ष के विधायकों और मुख्यमंत्री के वक्तव्य के बाद विधानसभा अध्यक्ष डॉ. शर्मा ने विधायकों की समिति बनाने की घोषणा की। यह समिति विभिन्न विशेषज्ञों से चर्चा कर अपनी अनुशंसाएं विधानसभा को सौंपेगी।
ज्ञात हो कि पिछले दिनों तीन स्थानों पर छात्रों ने आत्महत्या की थी, वहीं एक ने आत्महत्या का प्रयास किया था। इसके बाद से छात्रों की आत्महत्या का मुद्दा जोर पकड़े हुए है।