भोपाल– आज मप्र पर्यटन निगम ने सिंहस्थ मेले के तारतम्य में इतिहास और महत्व बताने के लिए एक परिचर्चा आरम्भ की.यह परिचर्चा प्रत्येक महीने के तीसरे शनिवार को वर्ष भर आयोजित की जायेगी.आज इस संगोष्ठी में उज्जैन के प्रागएतिहासिक महत्त्व पर रौशनी डाली गयी.अगले चरण में बुरहानपुर और चित्रकूट पर परिचर्चा आयोजित की जायेगी.
मप्र पर्यटन के महाप्रबंधक अश्विनी लोहानी ने कहा की वे पर्यटन को दूसरी दृष्टि से देखते हैं.उन्होंने कहा की वे मप्र का पर्यटन धार्मिक व पुरातात्विक मान्यताओं और सबूतों पर आधारित संरचना है.मप्र की विरासत का यहाँ के पर्यटन में महती महत्त्व है.वे चाहते हैं की अधिक से अधिक स्थानीय लोग इसमें भागीदार बनें.अश्विनी लोहानी ने कहा की यदि आप के आस-पास पर्यटन की दृष्टि से कोई स्थान हैं तो वे उन्हें बताएं उसे वे विकसित करने का प्रयत्न करेंगे.
मप्र में पर्यटन की असीम संभावनाओं को देखते हुए मप्र पर्यटन ने कमर कस ली है और पर्यटन वर्ष मना रहा है.