(खुसुर-फुसुर)- भाजपा में संगठन की खराब हालत के चलते भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चे के एक कर्तव्यनिष्ठ पदाधिकारी जब अपनी रोजी-रोटी से महरूम हो गए और महीनों आश्वासन के बाद कुछ नहीं हुआ और न ही उनके मोर्चा अध्यक्ष ने कोई मदद की तब ये महाशय संगठन महामंत्री के कमरे में अपनी गुहार ले कर पहुँच गए जब इन्हें लगा की यहाँ से भी कोई उम्मीद नहीं दिख रही तब ये फट पड़े और आत्महत्या करने का अपना विचार सामने पेश कर दिया.अब तो महामंत्री जी को विचार करने पर मजबूर होना पड़ा और उन्होंने नव नियुक्त अध्यक्ष महोदय को फ़ोन किया,अध्यक्ष ने महापौर को घंटी मारी और पुनः आश्वासन नेता जी को दिया गया.अब देखना यह है की काम हो जाता है या नत्था आत्महत्या की तैयारी करता है.
ब्रेकिंग न्यूज़
- » पाकिस्तान को एक और झटका देने की तैयारी में भारत
- » कश्मीर टूरिज्म पर पड़ा असर, मध्य प्रदेश से 200 से ज्यादा बुकिंग रद्द
- » भोपाल स्थित भेल परिसर की आयल टंकियों में ब्लास्ट से उठीं 20 फीट ऊंची लपटें
- » गौतम गंभीर को मिली जान से मारने की धमकी
- » मंडीदीप:गेल प्लांट से गैस रिसाव, घंटों की मशक्कत के बाद कंट्रोल में आई स्थिति
- » सिंधु समझौता स्थगित, अटारी बॉर्डर बंद, पाकिस्तानी नागरिकों का वीजा रद्द
- » सऊदी का दौरा बीच में छोड़ लौट रहे हैं PM मोदी
- » पहलगाम:आतंकी हमले से देश स्तब्ध
- » इंदौर में फिर कोरोना वायरस की दस्तक
- » नीमच-कार-कंटेनर की टक्कर से चार युवकों की मौत, तीन घायल