नई दिल्ली, 28 अगस्त (आईएएनएस)। प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी ने स्वेच्छा से रसोई गैस की सब्सिडी छोड़ने के सरकार के ‘गिव इट अप’ अभियान के लिए जनता को प्रेरित करते हुए रविवार को अस्सी साल की एक सेवानिवृत्त शिक्षिका का उदाहरण दिया, जिन्होंने गरीब महिलाओं को धुआं छोड़ने वाले ‘चूल्हों’ से निजात दिलाने के लिए 50,000 रुपये दान में दिए हैं।
मोदी ने अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में कहा, “84 साल की एक वृद्ध सेवानिवृत्त शिक्षिका जिन्होंने अपनी एलपीजी सब्सिडी छोड़ दी है, उन्होंने गरीब महिलाओं को चूल्हे के धुएं से मुक्ति दिलाने के लिए रसोई गैस उपलब्ध कराने के कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए मुझे लिखा। उन्होंने साथ ही कार्यक्रम के लिए 50,000 रुपये की दानराशि भी भेजी है।”
उन्होंने कहा, “इस पेंशनधारक महिला की दयालुता के बारे में सोचिए, जो गरीब महिलाओं को धुएं से भरे स्टोव्स से छुटकारा दिलाने के लिए 50,000 रुपये का दान कर रही है।”
उन्होंने कहा, “यह दान की रकम का सवाल नहीं है, बल्कि करोड़ों महिलाओं की सद्भावना और आर्शीवाद का सवाल है, जो भारत के भविष्य में मेरा विश्वास मजबूत करता है।”