हबीब मिस्र के अपदस्थ राष्ट्रपति होस्नी मुबारक के कार्यकाल में आंतरिक मामलों के मंत्री थे।
हबीब और 12 अन्य आरोपियों पर आम जनता के पैसों का दुरुपयोग करने और आंतरिक मामलों के मंत्रालय को मिलने वाली राशि से करीब 25.3 करोड़ डॉलर का अवैध लाभ अर्जित करने का आरोप है।
हबीब के कार्यकाल के दौरान आंतरिक मामलों के मंत्रालय द्वारा कथित तौर पर कठोर रुख अपनाने की वजह से मिस्र में 2011 में जनांदोलन उठ खड़ा हुआ और मुबारक को अपनी गद्दी गंवानी पड़ी।
मुबारक को हालांकि पिछले वर्ष भ्रष्टाचार के एक मामले में दोषमुक्त कर दिया गया है।
इससे पहले नवंबर, 2014 में हबीब और मुबारक के साथ उनके छह अन्य सहयोगियों को भी शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे लोगों की हत्या के मामले में बरी कर दिया गया।