मुंबई, 26 सितम्बर (आईएएनएस)। इस महीने की 30 तारीख को आयोजित होने वाली आईडीबीआई फेडरल मुंबई मैराथन में हिस्सा लेने डॉ. पुरोहित और परवीन बाटलीवाला के लिए उम्र महज एक संख्या है।
पेशे से डॉक्टर पुरोहित 79 साल के हैं, वहीं परवीन 63 साल की हैं। दोनों को मुंबई में होने वाली इस मैराथन के तीसरे संस्करण में दौड़ते हुए देखा जाएगा।
परवीन इस मैराथन में हिस्सा लेने वाली सबसे उम्रदराज महिला मैराथन धावक हैं, वहीं पुरोहित भी सबसे उम्रदराज पुरुष धावक हैं। पुरोहित की सबसे खास बात यह है कि वह इस मैराथन में अपनी तीन पीढ़ियों के साथ दौड़ने वाले हैं।
इस मैराथन में पुरोहित के साथ उनकी बेटी, दामाद और नातिन और नाती भी हिस्सा लेंगे। 10 किलोमीटर रेस में लेने को लेकर उत्साहित पुरोहित इससे पहले मुंबई मैराथन, ग्रीन रन, रन टू फीड, रन द ब्लू और कई अन्य प्रतियोगिताओं में भाग ले चुके हैं।
पुरोहित ने अपनी इस रेस को लेकर कहा, “यदि आपमें दौड़ने की इच्छा है तो उम्र आपके लिए बाधा नहीं बन सकती। यदि मैं 79 साल की उम्र में दौड़ सकता हूं तो आप क्यों नहीं?”
परवीन की बात की जाए, तो उन्होंने अब तक विश्व भर में 40 से अधिक मैराथन में भाग लिया है। 2006 में वह पहली बार मुंबई हॉफ मैराथन नें दौड़ी थीं।
परवीन ने महिला-वेटरन वर्ग में खारदुंग ला चैलेंज का पुरस्कार भी जीता। पिछले साल अप्रैल में उन्होंने बोस्टन मैराथन में हिस्सा लिया। इस मैराथन को उन्होंने चार घंटे, 16 मिनट और 13 सेकेंड में पूरा किया। वह पहली भारतीय महिला हैं, जिन्हें बोस्टन में उनके वर्ग में शामिल 100 महिला एथलीटों में शामिल किया गया।
हिदुस्तान यूनिलिवर में कार्यरत परवीन का लक्ष्य अब मैराथन में बेहतरीन समय निकालना है। उनका लक्ष्य अगले दो साल में विश्व की छह सबसे बड़ी मैराथन में हिस्सा लेना है।
मैराथन में अपनी ऊर्जा को बनाए रखने के लिए परवीन एक सप्ताह में पांच दिन दौड़ती हैं और दो दिन का आराम लेती हैं। उन्हें जल्द ही आईडीबीआई फेडरल मुंबई मैराथन में दौड़ते हुए देखा जाएगा।
मैराथन का आयोजन तीन वर्गो में किया जा रहा है, जिसमें पांच किलोमीटर रन फॉर फन, 10 किलोमीटर और 21 किलोमीटर हाफ मैराथन है। आईडीबीआई फेडरल मुंबई मैराथन की तीनों रेसों को इस मैराथन के ब्रांड एम्बेसेडर और पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।
इस बार आईडीबीआई फेडरल मुंबई मैराथन में 16,000 से अधिक लोग हिस्सा ले रहे हैं।