नई दिल्ली, 10 अप्रैल (आईएएनएस)। निर्वाचन आयोग ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बायोपिक की रिलीज पर लोकसभा चुनाव के अंत तक रोक लगा दी।
आयोग ने कहा कि ऐसी किसी भी सामग्री को नहीं दिखाया जा सकता जो चुनाव में सभी दावेदारों को समान अवसर उपलब्ध कराने के सिद्धांत से मेल नहीं खाती हो।
आयोग ने अपने आदेश में कहा, “किसी भी राजनीतिक इकाई या उससे जुड़े किसी भी व्यक्ति पर आधारित जीवनी या जीवनी के रूप में उसका कोई भी महिमा वर्णन, जो चुनाव के दौरान सभी दावेदारों को समान अवसर उपलब्ध कराने के सिद्धांत से मेल न खाता हो, वह आदर्श चुनाव आचार संहिता के लागू रहने के दौरान सिनेमेटोग्राफ सहित इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में प्रदर्शित नहीं की जानी चाहिए।”
आयोग ने यह भी कहा कि किसी भी प्रकार की प्रमाणित सामग्री से संबंधित कोई भी पोस्टर या प्रचार सामग्री, जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से किसी उम्मीदवार की चुनावी संभावना को बढ़ाती है, वह आदर्श आचार संहिता के लागू रहने वाले उस क्षेत्र में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में प्रदर्शित नहीं की जाएगी।
चुनाव आयोग ने कहा कि उसके पास ‘एनटीआर लक्ष्मी’, ‘पीएम नरेंद्र मोदी’ और ‘उदयामा सिंहम’ सहित कुछ फिल्मों को लेकर शिकायतें आई हैं, जिनमें एक उम्मीदवार या एक राजनीतिक पार्टी की चुनावी संभावना को रचनात्मक स्वतंत्रता के नाम पर कम या उसे बढ़ा-चढ़ा कर दिखाया गया है।
आयोग के मुताबिक, प्रदशिर्त सामग्री के हालांकि रचनात्मक सामग्री का हिस्सा होने का दावा किया गया है लेकिन इनमें सभी को समान अवसर उपलब्ध कराने को प्रभावित करने की क्षमता है जो कि आदर्श चुनाव आचार संहिता के खिलाफ है।