पटना, 11 जुलाई (आईएएनएस)। नरेंद्र मोदी के प्रथम अन्य पिछड़े वर्ग (ओबीसी) के प्रधानमंत्री होने के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष अमित शाह के दावे का शनिवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और जनता दल (युनाइटेड) ने खंडन करते हुए कहा कि एच़ डी़ देवगौड़ा ओबीसी के पहले प्रधानमंत्री थे।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अमित शाह ज्ञान के अभाव में नरेंद्र मोदी को ओबीसी का पहला प्रधानमंत्री बता रहे हैं। हकीकत है कि एच़ डी़ देवगौड़ा ओबीसी समुदाय से आने वाले पहले प्रधानमंत्री थे। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता को झूठ का दावा करने की आदत हो गई है।
इधर, राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने भी शाह के बयान का खंडन किया है। उन्होंने शाह के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “यह सफेद झूठ है। देवगौड़ा ओबीसी के पहले प्रधानमंत्री थे। उन्हें प्रधानमंत्री बनाने के लिए मैंने भी प्रयास किया था।”
उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता हताश और परेशान हो गए हैं इस कारण भ्रामक दावा कर रहे हैं। उन्होंने भाजपा पर इतिहास को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाया।
इधर, जद (यू) के महासचिव क़े सी़ त्यागी ने भी शाह के दावे को गलत बताया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री पद पर पूर्व में रहे एच़ डी़ देवगौड़ा भी ओबीसी समुदाय से आते थे।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जातीय नेता बनाने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए कहा कि गुजरात में तो वे ‘हिन्दू हृदय सम्राट’ के तौर पर जाने जाते हैं जबकि पिछले लोकसभा चुनाव में ‘विकास पुरूष’ के रूप में बताए गए। अब बिहार में उन्हें ओबीसी के रूप में पेश करने की तैयारी चल रही है।
उल्लेखनीय है कि शाह ने शुक्रवार को दावा किया था कि भाजपा ने ओबीसी समुदाय से आने वाले को देश का प्रधानमंत्री बनाया।