नई दिल्ली, 29 जुलाई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि गणेश उत्सव जैसे त्योहार एकजुटता के सूत्रधार है और इन्हें ‘पर्यावरण-अनुकूल’ तरीके से उत्साह के साथ मनाना चाहिए।
मोदी ने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में कहा कि त्योहार युवाओं के लिए नेतृत्व व संगठनात्मक कौशल दिखाने के अवसर होते हैं।
उन्होंने कहा, “पूरे दिल से उत्साहित होकर गणेत उत्सव मनाएं, लेकिन इन उत्सवों को पर्यावरण-अनुकूल तरीके से मनाने का प्रयास करें।”
उन्होंने कहा, “भगवान गणेश की मूर्ति से लेकर सभी सजावटी सामान पर्यावरण अनुकूल होने चाहिए और मैं यह कहूंगा कि इसके लिए प्रत्येक शहर में अलग से स्पर्धाएं आयोजित हों और इसके लिए पुरस्कार दिए जाएं।”
इस वर्ष गणेश उत्सव की शुरुआत 12 सितंबर से होगी। 11 दिवसीय इस उत्सव की समाप्ति समुद्र या जलाशयों में गणेश की मूर्ति का विसर्जन करके होती है।
मोदी ने ‘मन की बात’ में स्वतंत्रता सेनानी बाल गंगाधर तिलक को भी याद किया, जिन्होंने उपनिवेश शासन के खिलाफ लोगों को एकजुट करने के लिए गणेश उत्सव के सामुदायिक आयोजनों को बढ़ावा दिया था।
मोदी ने कहा, “हम देश के कुछ भागों से अच्छी बारिश होने की खबर प्राप्त कर रहे हैं। कुछ क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश से बाढ़ आ गई है तो कुछ क्षेत्र अभी भी बारिश का इंतजार कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “हम अपने कर्मो से प्रकृति को बर्बाद कर रहे हैं, जिससे कई बार प्रकृति को गुस्सा आ जाता है।”