उलान बटोर, 16 मई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को शंघाई से मंगोलिया की राजधानी पहुंचे। किसी भारतीय प्रधानमंत्री का मंगोलिया का यह पहला दौरा है।
मोदी तीन दिवसीय चीन यात्रा पूरी कर शंघाई से यहां पहुंचे। इस दौरान उन्होंने शियान, बीजिंग तथा शंघाई का दौरा किया।
चीन तथा रूस के बीच स्थित मंगोलिया की आबादी 29 लाख है। आधी से अधिक आबादी बौद्धों की है, जबकि तीन फीसदी इस्लाम, 2.2 फीसदी ईसाई तथा 2.9 फीसदी शामनिस्ट हैं।
मंगोलिया को ‘लैंड ऑफ ब्लू स्काई’ के नाम से पुकारा जाता है, क्योंकि यहां लगभग 250 दिन सूरज उगता है।
भारत का मंगोलिया से सदियों पुराना रिश्ता रहा है।
अशोक तथा उनके शिष्यों ने मंगोलिया तक बौद्ध धर्म का प्रचार किया था, जबकि मुगल बादशाह बाबर मंगोल सल्तनत का संस्थापक था।
मोदी रविवार को मंगोलिया में रहेंगे।
मंगोलिया के एक दिवसीय दौरे की शुरुआत मोदी उलान बटोर में गंदन मठ के मुख्य महंत को बोधि वृक्ष का एक पौधा भेंट करेंगे। वह मंगोलिया के प्रधानमंत्री चिमद सेखानबिलग से बातचीत करेंगे और कई समझौतों पर हस्ताक्षर होंगे।
वह मंगोलिया की संसद को भी संबोधित करेंगे, जो उनके सम्मान में रविवार को भी खुला रहेगा। मोदी मंगोलिया की संसद के अध्यक्ष से भी मुलाकात करेंगे।
इस दौरान, वह राष्ट्रपति साखियागिन एलबेगदोर्ज से मुलाकात करेंगे और उसके बाद एक रात्रिभोज में शामिल होंगे।
इसके बाद मोदी एक सूचना प्रौद्योगिकी केंद्र की आधारशिला रखेंगे और एक नादम समारोह में हिस्सा लेंगे। वह उलान बटोर में भारतीय समुदाय को संबोधित करेंगे, जहां उनका स्वागत किया जाएगा।
मंगोलिया से वह दक्षिण कोरिया के लिए रवाना होंगे।