नेपीथॉ, 2 जुलाई (आईएएनएस)। म्यांमार के बौद्ध राष्ट्रवादियों ने शुक्रवार को एक मस्जिद में आग लगा दी, जबकि उसी दिन संयुक्त राष्ट्र के विशेष प्रतिवेदक यांगही ली ने सरकार से सांप्रदायिक हिंसा समाप्त करने की अपील की थी।
समाचार एजेंसी एफे न्यूज के अनुसार, एक चश्मदीद ने कहा कि राजधानी नेपीथॉ से 652 किलोमीटर दूर हपाकन शहर में यह घटना हुई।
बौद्ध राष्ट्रवादियों ने यह कहते हुए मस्जिद गिराने की मांग की कि इसका निर्माण अवैघ रूप से हुआ था।
मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कहा कि प्राधिकारी से आधिकारिक आदेश मिलने पर ही वे ऐसा करेंगे। लेकिन वे सैकड़ों लोगों की भीड़ को रोकने में विफल रहे। भीड़ में अधिकांश अन्य शहरों के लोग थे, जिनके पास डंडे और चाकू थे।
सूत्रों के अनुसार, अग्निशामकों ने आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन उन्हें ऐसा करने से रोक दिया गया।
संयुक्त राष्ट्र के विशेष प्रतिवेदक ली ने मयांमार का अपना 12 दिवसीय दौरा समाप्त करते हुए शुक्रवार को सरकार से मुसलमानों के खिलाफ संस्थागत भेदभाव खत्म करने की अपील की थी।
एक मानवाधिकार विशेषज्ञ ली ने यांगून में कहा, “सरकार को प्रदर्शित करना चाहिए कि एक धार्मिक या जातीय अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ हिंसा और उकसावे के लिए म्यांमार में कोई जगह नहीं है।”
म्यांमार में साल 2012 में सांप्रदायिक हिंसा तब शुरू हुई थी, जब तीन मुसलमानों ने एक बौद्ध महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था।
इसके बाद से दर्जनों लोग मारे जा चुके हैं और करीब 140,000 मुसलमान विस्थापित हुए हैं, जिनमें अधिकांश रोहिंग्या हैं जिन्हें सरकार मान्यता नहीं देती है और बांग्लादेशी मानती है। ये लोग पश्चिम म्यांमार में स्थापित शिविरों में दयनीय स्थिति में रह रहे हैं।