नई दिल्ली, 6 मई (आईएएनएस)। राज्यसभा में शुक्रवार को कांग्रेस सदस्यों ने सरकार के खिलाफ ‘लोकतंत्र की हत्या’ के नारे लगाए, जिसके कारण सदन की कार्यवाही भोजनावकाश से पहले दो बार बाधित हुई।
कांग्रेस के सदस्य जंतर-मंतर पर ‘लोकतंत्र बचाओ’ मार्च में शामिल होने के बाद दोपहर 12 बजे से कुछ समय पहले ही सदन में पहुंचे, जहां उन्होंने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान भाजपा सदस्य विजय गोयल ने राष्ट्रीय राजधानी में सम-विषम यातायात योजना का जिक्र किया, लेकिन कांग्रेस सदस्यों ने ‘लोकतंत्र की हत्या’ का मुद्दा उठाया। उन्होंने नारेबाजी की। शोर-शराबे को देखते हुए सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
कांग्रेस सदस्य आनंद शर्मा ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी, देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सहित पार्टी के कई नेताओं को गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने कहा, “हर किसी को गिरफ्तार किया गया..हम लोकतंत्र पर हमले के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। यह सरकार संविधान को अपशब्द कह रही है और इसका अपमान कर रही है।”
शर्मा ने यह भी कहा कि एक मंत्री ने राज्यसभा को ‘अगस्टा हाउस’ कहा है। बकौल शर्मा, “सरकार के एक मंत्री ने इस ‘ऑगस्ट (गरिमामय) हाउस’ को ‘अगस्टा हाउस’ कहा है।”
इस पर सभापति हामिद अंसाी ने कहा, “इस सदन की अपनी गरिमा है, हमें किसी से प्रमाण-पत्र की आवश्यकता नहीं है।”
इसके बाद उन्होंने सदन की कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी।