नई दिल्ली, 4 मई (आईएएनएस)। झारखंड और त्रिपुरा के राज्य ओलम्पिक संघों ने सोमवार को भारतीय ओलम्पिक संघ (आईओए) के अध्यक्ष एन. रामचंद्रन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने की मांग की।
जम्मू एवं कश्मीर ओलम्पिक संघ और नागालैंड ओलम्पिक संघ द्वारा आईओए में चल रहे विवाद पर चर्चा के लिए शनिवार को आईओए की आम सभा की शनिवार को विशेष बैठक बुलाए जाने के बाद दोनों राज्यों के संघों ने यह मांग उठाई है।
झारखंड ओलम्पिक संघ के कार्यवाहक महासचिव शिवेंद्र दुबे ने सोमवार को आईओए को इस संदर्भ में एक पत्र लिखा।
अपने पत्र में शिवेंद्र ने कहा, “रामचंद्रन की कार्यप्रणाली को देखते हुए झारखंड ओलम्पिक संघ उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने की मांग करता है।”
त्रिपुरा ओलम्पिक संघ के महासचिव रूपक देबरॉय ने इसी तरह की भावनाएं व्यक्त कीं और मुद्दे पर चर्चा के लिए आईओए की आमसभा की बैठक बुलाए जाने की मांग की।
देबरॉय ने भी सोमवार को आईओए को एक पत्र लिखा। देबरॉय ने अपनी चिट्ठी में कहा, “त्रिपुरा ओलम्पिक संघ आईओए अध्यक्ष रामचंद्रन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने की मांग करता है, क्योंकि हम उनकी कार्यप्रणाली से बिल्कुल सहमत नहीं हैं। इसके अलावा हमारा मानना है कि वह आईओए को कमजोर करने और खत्म करने की दिशा में काम कर रहे हैं।”
देबरॉय ने आगे कहा है, “हम रामचंद्रन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए जल्द से जल्द आईओए की विशेष बैठक बुलाए जाने का अनुरोध करते हैं।”
इससे पहले हॉकी इंडिया (एचआई) भी रामचंद्रन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग कर चुका है। एचआई के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने रामचंद्रन से जुड़े विवाद पर चर्चा के लिए आम सभा की विशेष बैठक बुलाए जाने की पहली बार मांग की थी।
बत्रा ने कहा है कि वह रामचंद्रन की कार्यशैली का समर्थन नहीं करते और रामचंद्रन आईओए को खत्म करने पर लगे हुए हैं।
हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (आईओसी) के अध्यक्ष थॉमस बाख की भारत यात्रा के बाद से ही आईओए के भीतर असंतोष की स्थिति ने गहरा रूप ले लिया।
बाख की भारत यात्रा के दौरान ‘प्रोटोकॉल निभाने में रह गई कमी’ और बाख के साथ बैठक के दौरान किए गए व्यवहार पर भी आईओए के सदस्य, राष्ट्रीय खेल संघों के प्रतिनिधि और राज्य इकाइयां नाराज चल रही हैं।