चिकमंगलूर, 9 मई (आईएएनएस)। कर्नाटक में अपने चुनावी अभियान के अंतिम चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा और कहा कि एक ‘वंशवादी’ द्वारा प्रधानमंत्री की इच्छा रखना सरासर ‘घमंड’ है।
दक्षिणी राज्यों में लगातार कई रैलियों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि कांग्रेस नेता बड़ी बैठकें आयोजित कर रहे हैं और उन्हें हटाने की साजिश रच रहे हैं।
राहुल पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि वह 2019 में प्रधानमंत्री बनने का दिवास्वप्न देख रहे हैं।
उन्होंने कहा, “कांग्रेस के एक नेता है, जो पूरे दिन यह सोचते रहते हैं कि प्रधानमंत्री कैसे बनें। यह ‘नामदार’ का घमंड है। यह नामदार उनलोगों की परवाह नहीं करता जो कतार में खड़े हैं।”
मोदी ने कहा, “वह एक दबंग की तरह आए, और कई वर्षो के अनुभव रखने वालों के इंतजार करने के बावजूद आगे बढ़ गए। कोई कैसे खुद को इस तरह प्रधानमंत्री घोषित कर सकता है? यह और कुछ नहीं सरासर घमंड है।”
उन्होंने कहा कि पिछले चार वर्षो में 25-30 चुनावों में हार का सामना करने के बावजूद जबरदस्त अहंकार की वजह से संप्रग के अन्य गठबंधन साथी और उन नेताओं के बारे में नहीं सोचा, जो 40 वर्षो से इंतजार कर रहे हैं।
मोदी ने कहा, “कांग्रेस पिछले चार वर्षो में लगभग सभी राज्यों में हार चुकी है। लेकिन अभी भी नामदार का अहंकार बना हुआ है। वह कहते हैं कि वह 2019 में प्रधानमंत्री बनेंगे। क्या यह उनका घमंड नहीं है?”
कांग्रेस अध्यक्ष ने बेंगलुरू में एक संवाद सत्र के दौरान उस सवाल के जवाब में सकारात्मक प्रतिक्रिया दी थी, जिसमें उनसे पूछा गया था कि अगर कांग्रेस 2019 में सबसे बड़ी पार्टी बनती है तो क्या वह प्रधानमंत्री बनेंगे।
वहीं कांग्रेस ने मोदी पर पलटवार करते हुए कहा कि क्या वह यह सोचते हैं कि केवल वही देश के प्रधानमंत्री बन सकते हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता आनंद शर्मा ने कहा, “क्या नरेंद्र मोदी को ही प्रधानमंत्री बनने का अधिकार है।”
मोदी ने कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस पर भी निशाना साधा और राज्य में लोगों की आकांक्षाओं को पूरा नहीं करने का आरोप लगाया। उन्होंने कांग्रेस पर इसके बदले कांग्रेस संस्कृति, संप्रदायिकता, जातीयता, अपराध, भ्रष्टाचार, संविदा प्रणाली जैसे राक्षसों को देश में लाने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता 5,000 करोड़ रुपये के घोटाले में जमानत पर हैं और चुनाव आयोग, सीबीआई, प्रवर्तन निदेशालय और उपराष्ट्रपति कार्यालय जैसे संस्थानों के प्रति उनका कोई सम्मान नहीं है।
उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर भी निशाना साधते हुए कहा, “जब मनमोहन सिंह की सरकार केंद्र में थी, तो इसका रिमोट कंट्रोल 10, जनपथ(पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष का आधिकारिक आवास) पर था।”