नई दिल्ली, 19 अप्रैल (आईएएनएस)। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि वह भूमि विधेयक को कमजोर करना चाहती है। 56 दिनों के अवकाश के बाद लौटे राहुल गांधी की यह पहली सार्वजनिक रैली थी। वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जवाबी हमला करते हुए कहा कि राहुल गांधी को कांग्रेस कितनी बार लांच करेगी।
राहुल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह किसानों की जमीन देकर उद्योगपतियों का कर्ज उतारना चाहते हैं।
भूमि अधिग्रहण विधेयक पर कांग्रेस सोनिया गांधी, राहुल गांधी और मनमोहन सिंह जैसे सभी शीर्ष नेताओं की मौजूदगी से मोदी सरकार का ध्यान आकर्षित करना चाहती है। पिछले साल के लोकसभा चुनावों में करारी हार के बाद इस रैली को कांग्रेस पार्टी के पुनरुत्थान संकेत के रूप में देखा जा रहा है।
राहुल गांधी ने रामलीला मैदान में किसानों से कहा, “मोदी चुनाव कैसे जीते? उन्होंने बड़े-बड़े उद्योगपतियों से भारी कर्ज लिया था, जिससे उन्होंने अपना चुनाव प्रचार किया। अब वह उनका कर्ज कैसे उतारेंगे? आपकी जमीन उन्हें देकर। इसलिए वह कांग्रेस के बनाए मजबूत भूमि अधिग्रहण विधेयक को कमजोर करना चाहते हैं।”
अपने 25 मिनट के भाषण में राहुल गांधी ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार चाहती है कि किसानों को उनकी फसल की उचित कीमत न मिले, खाद न मिले और वे अपने पैरों पर खड़े न हो पाएं।
उन्होंने कहा, “इसके बाद ये आपकी जमीन खरीदेंगे और उद्योगपतियों को दे देंगे। ये उनका गुजरात मॉडल है। उन्होंने (मोदी) ने गुजरात में जो किया, वही समूचे भारत में भी करना चाहते हैं। मोदी देश की नींव को कमजोर करना चाहते हैं। मोदी की कार्यशैली यह है कि पहले वह नींव को कमजोर करते हैं, फिर इमारत में सीढ़ियां बना देते हैं और रंगने के बाद दुनिया को दिखा देते हैं। यद्यपि इमारत भीतर से कमजोर होती है।”
उन्होंने कांग्रेस को किसानों के साथ हमेशा खड़ी रहने वाली पार्टी करार दिया जो कि गरीबों और किसानों के हितों की रक्षा की लड़ाई हमेशा लड़ती रहेगी।
उन्होंने कहा, “कांग्रेस मजबूती से किसानों और गरीबों के साथ खड़ी है। जहां भी उनकी भूमि छीनने की कोशिश की जाएगी, कांग्रेस के नेता वहां होंगे। मैं वहां पर मौजूद रहूंगा।”
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने मोदी के उस बयान का जवाब दिया जिसमें उन्होंने कहा था वह देश में पिछले 50 सालों से मौजूद गंदगी को साफ कर रहे हैं।
राहुल ने कहा, “वह (मोदी) लोगों की शक्ति को नहीं समझते। यहां के लोगों ने पिछले 60 साल में अपने खून-पसीने से इस देश को सींचा है। इस तरह के शब्द मोदी और प्रधानमंत्री पद पर आसीन व्यक्ति को शोभा नहीं देते।”
भाजपा ने राहुल गांधी द्वारा मोदी पर किए गए हमलों का सख्ती से जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस ने यह रैली कांग्रेस के नेताओं के शक्तिप्रदर्शन के लिए आयोजित की थी।
भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने कहा, “कांग्रेस राहुल गांधी को कितनी बार लांच करेगी।”
उन्होंने राहुल गांधी पर बीते लोकसभा चुनाव के जनादेश का अपमान करने का आरोप लगाया और उनसे माफी की मांग की।
रवि शंकर प्रसाद ने गुजरात मॉडल वाली बात पर भी राहुल गांधी पर हमला किया और कहा, “हम सोनिया और राहुल गांधी से पूछना चाहते हैं कि विकास और भूमि अधिग्रहण का वाड्रा मॉडल क्या है।” उन्होंने यह सवाल विवादित भूमि सौदों में सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा का नाम आने के संदर्भ में पूछा।
अपने संबोधन में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि वह संप्रग (संयुग्त प्रगतिशील गठबंधन) सरकार द्वारा 2013 में बनाए गए भूमि अधिग्रहण अधिनियम में परिवर्तन कर किसानों की मुश्किलें बढ़ाना चाहती है।
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार ने किसानों की फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में काफी वृद्धि की थी।
उन्होंने कहा कि बेमौसम बारिश के कारण किसान परेशानी झेल रहे हैं और सरकार अध्यादेश लाकर भूमि अधिग्रहण कानून बदल रही है।
उन्होंने कहा, “यह तो किसानों के जख्मों का अपमान करने जैसा है।”
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार किसान और गरीब विरोधी है।
उन्होंने कहा, “हमें नई ऊर्जा मिली है। अब हम और अधिक ताकत के साथ लड़ेंगे। हम बिना डर के अपनी आवाज उठाएंगे।”
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि नया भूमि अधिग्रहण विधेयक किसान के हितों को नुकसान पहुंचाएगा।