लखनऊ, 30 सितंबर – उत्तर प्रदेश में उपचुनाव के दौरान लव जेहाद का मामला उछालने वाली भाजपा ने भले ही नतीजे आने के बाद इस मुद्दे को ठंडे बस्ते में डाल दिया हो, लेकिन विरोधी दल अभी भी इस मुद्दे को लेकर पार्टी पर हमलावर हैं।
बसपा के राष्ट्रीय महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि लव जेहाद एक राजनैतिक पार्टी का समाज को धर्म और मजहब के आधार पर विभाजित करने का षड्यंत्र है। लव नहीं, जबरन धर्म बदलवाना जुर्म है।
उन्होंने कहा कि उपचुनाव में लव जेहाद का पत्ता चलाने वाली भाजपा को जनता ने आईना दिखा दिया।
बसपा महासचिव सिद्दकी ने अपने एक बयान में कहा, “लव जेहाद शब्द जिस पार्टी की देन है, उसकी फितरत से आम जनता अनजान नहीं है। वह पार्टी जिसे लव जेहाद नाम दे रही है, ऐसा करने वाले दो दर्जन से ज्यादा शख्स उसकी ही पार्टी में तीन दशक से मौजूद हैं।”
उन्होंने कहा कि उपचुनाव के दौरान इस शब्द के सहारे लोगों को बांटकर मत पाने की जुगत में लगी भाजपा को जनता ने आईना दिखा दिया। सपा और भाजपा दोनों ही समाज को बांटकर राजनीति करने में जुटी हैं। उनकी इस राजनीति पर बसपा का भाईचारा संदेश भारी पड़ने लगा है। हर वक्त चुनाव के लिए तैयार बसपा की ताकत लगातार बढ़ रही है।