पटना, 22 मई (आईएएनएस)। बिहार में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद की कथित ‘बेनामी संपत्ति’ को लेकर अब विपक्षी भारतीय जनता पार्टी में ही अब घमासान मच गया है। भाजपा नेता और फिल्म अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा ने पार्टी नेता सुशील कुमार मोदी (सुमो) को नकारात्मक राजनीति न करने की सलाह दी, जिस पर भाजपा सुमो ने इशारों ही इशारों में सिन्हा को ‘गद्दार’ कहा।
गद्दार कहे जाने पर सिन्हा भड़क गए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को सुशील मोदी के खिलाफ संज्ञान लेना चाहिए।
सिन्हा ने सुशील मोदी द्वारा ‘गद्दार’ कहे जाने पर पलटवार करते हुए ट्वीट किया, “सुमो हताशा और निराशा में इस तरह के बयान दे रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को सुशील मोदी के खिलाफ संज्ञान लेना चाहिए।”
बिहार के पटना साहिब से सांसद सिन्हा ने अपने एक ट्वीट में लिखा, “बिहार में भाजपा की हार के लिए कुछ लोग पूरी तरह से जिम्मेदार हैं। ऐसे लोगों की वजह से बिहार में भाजपा की छवि खराब हुई है और पार्टी संकट के दौर से गुजर रही है।”
उन्होंने सुशील मोदी को नसीहत देते हुए दूसरे ट्वीट में लिखा, “सकारात्मक आलोचना को विद्रोह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए, बल्कि इस पर पार्टी के भीतर चर्चा होनी चाहिए।”
इससे पहले, सोमवार की सुबह सिन्हा ने कहा कि आरोप तब तक महज आरोप होते हैं, जब तक वह सिद्ध नहीं हो जाता। इस क्रम में उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के समाज के प्रति प्रतिबद्धता को लेकर तारीफ भी की।
पूर्व केंद्रीय मंत्री शत्रुघ्न सिन्हा ने सोमवार सुबह लगातार चार ट्वीट कर नेताओं को नकारात्मक राजनीति न करने की सलाह देते हुए लिखा, “अनर्गल आरोपों के आधार पर आजकल लोग मीडिया को अच्छा खासा मसाला परोस देते हैं। यह ठीक नहीं है। बहुत हुआ, अब नकारात्मक राजनीति बंद होनी चाहिए। आप जो आरोप लगा रहे हैं, उसे साबित करें या बंद करें।”
उल्लेखनीय है कि इन दिनों भाजपा नेता सुशील मोदी बेनामी संपत्ति को लेकर लालू प्रसाद पर लगातार नए खुलासे करते जा रहे हैं और उधर दिल्ली के बर्खास्त मंत्री कपिल मिश्रा ने मुख्यमंत्री केजरीवाल पर अपने ही मंत्री सत्येंद्र जैन से दो करोड़ रुपये रिश्वत लेने का आरोप लगाया है, जिसे केजरीवाल के विरोधी भी विश्वास के लायक नहीं समझते। सत्येंद्र जैन ने कपिल मिश्रा पर मानहानि का मुकदमा किया है। कपिल मिश्रा की मां भाजपा नेता हैं और पूर्वी दिल्ली नगर निगम की महापौर रह चुकी हैं।
सिन्हा ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, “व्यक्तिगत रूप से मैं सभी राजनीतिक नेताओं, खासकर दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल का उनकी विश्वसनीसता, संघर्ष और समाज के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को लेकर सम्मान करता हूं।”
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा, “भाजपा ईमानदारी, पारदर्शिता और सबको साथ लेकर चलने में विश्वास करती है, और इसे साथ लेकर चलना चाहिए। जब तक आरोप सिद्ध नहीं होता तब तक वह सिर्फ आरोप है। ”
उधर, मोदी ने भी ट्वीट कर सिन्हा पर जोरदार राजनीतिक हमला बोला।
उन्होंने लिखा, “जिस लालू की बेनामी संपत्ति के बचाव में नीतीश नहीं उतरे, उसके बचाव में भाजपा के ‘शत्रु’ कूद पड़े।”
सुमो यहीं नहीं रुके, उन्होंने इशारों ही इशारों में सिन्हा को ‘गद्दार’ कहते हुए एक अन्य ट्वीट में लिखा, “ये जरूरी नहीं कि जो शख्स मशहूर है, उस पर ऐतबार किया जाए, जितनी जल्दी हो, घर से गद्दारों को बाहर किया जाए।”
सिन्हा पहले भी कई बार पार्टी नेताओं के विरोध में बयान दे चुके हैं और नीतीश कुमार व अरविंद केजरीवाल की तारीफ कर चुके हैं। बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार पर उन्होंने कहा था कि ‘यह तो होना ही था’ इस पर पार्टी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने उन्हें ‘बैलगाड़ी के नीचे चलने वाला कुत्ता’ कहा था।