नई दिल्ली, 22 सितम्बर (आईएएनएस)। भारत-कोरिया मित्रता लेख प्रतियोगिता के तीन विजेता कोरिया भ्रमण पर जाएंगे और 41 छात्रों को नकद इनाम से नवाजा गया। प्रतियोगिता में पूरे देश से 29 राज्य, केंद्रशासित प्रदेश, अंडमान निकोबार एवं लक्षद्वीप से 434 स्कूलों के 11446 छात्रों ने हिस्सा लिया।
लाजपत नगर स्थित कोरियन कल्चरल सेंटर, भारत की तरफ से आयोजित ‘आल इंडिया कोरिया इंडिया फ्रेंडशिप एस्से कम्पटीशन’ के विजेताओं को मौके पर मौजूद कोरिया गणराज्य के राजदूत ह्यून शो और कोरियन कल्चरल सेंटर के निदेशक किम कुम प्योंग ने ट्राफी, प्राइज व सर्टिफिकेट से नवाजा। मौके पर कई स्कूल के शिक्षक, अभिभावक व छात्रगण मौजूद रहे। इस प्रतियोगिता के पहले 3 विजेता 5 रात और 6 दिनों के दक्षिण कोरिया भ्रमण पर जा रहे और साथ ही 41 छात्रों को नगद इनाम से नवाजा गया।
दक्षिण कोरिया के राजदूत ह्यून शो ने छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि लिखने में एक अलग ही आनंद है। आप अपने भाव और अपने कलात्मकता को दर्शा सकते है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों में बहुत ही समानताएं हैं और नेशनल स्ट्रेटेजिक पार्टनर है। कोरिया टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में बहुत आगे है और भारतीय लोग बुद्धिमान हैं। हम जमीनी स्तर पर हाथ मिलाकर बहुत आगे बढ़ सकते हैं।
कोरियन कल्चरल सेंटर के निदेशक किम कुम प्योंग ने बताया कि कोरिया में बौद्ध धर्म भारत से ही आया है। कोरिया की संस्कृति, खेल, यहां तक की लेखनी भी भारत से प्रभावित है। कोरिया की मेटल प्रिंटिंग भी बौद्ध धर्म से आई है।
कम्पटीशन के प्रथम विजेता दून इंटरनेशनल स्कूल, देहरादून से नारायण दत्त बहुगुणा, द्वितीय स्थान पर दो विजेता – अनोशका गोगोई – आर्मी पब्लिक स्कूल, असम से एवं कौशाम्बी वत्स – माता जय कौर पब्लिक स्कूल, दिल्ली से कोरिया भ्रमण के लिए जाएंगे। प्रतियोगिता दो श्रेणियों में थी- जूनियर (कक्षा 7 -9) व सीनियर (कक्षा 10 – 12) जूनियर के लिए विषय ‘हिस्टोरिकल कनेक्शन्स बिटवीन इंडिया एंड कोरिया’ था और सीनियर के लिए ‘माई फेवरेट प्लेस इन कोरिया’ था।