नई दिल्ली, 9 मई (आईएएनएस)। योग गुरु बाबा रामदेव ने पद्म पुरस्कारों पर एक विवादित बयान दिया है। रामदेव ने शनिवार को यह कहकर एक नया विवाद खड़ा कर दिया कि पद्म पुरस्कारों के लिए लॉबिंग किसी से छिपी हुई नहीं है और जिन लोगों की राजनेताओं से सांठ-गांठ हैं, उन्हें ये पुरस्कार मिल जाते हैं।
रामदेव ने कहा कि राजनीतिक रूप से रसूखदार लोगों को ये पुरस्कार मिलते हैं।
रामदेव ने आयोजन से अलग कहा, “सभी जानते हैं कि पद्मभूषण से पद्मश्री तक ये सभी पुरस्कार लोगों को उनकी उपलब्धियों के लिए दिए जाते हैं, लेकिन लोग इन पुरस्कारों को लेने के लिए लॉबिंग भी करते हैं।”
कांग्रेस ने रामदेव की टिप्पणी को हाथोंहाथ लिया और तुरंत प्रतिक्रिया दी। पार्टी प्रवक्ता शकील अहमद ने आईएएनएस से कहा, “ऐसा लगता है कि रामदेव मोदी सरकार से संतुष्ट नहीं हैं और इसीलिए उन्होंने पद्म पुरस्कार देने पर सवाल उठाए हैं।”
उन्होंने कहा, “उनपर विश्वास नहीं करने का कोई कारण नहीं बनता, चूंकि रामदेव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेहद करीबी हैं और उन्होंने लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की मदद भी की थी।”
भाजपा ने इस बात से इंकार किया है कि रामदेव ने मोदी सरकार के बारे में कुछ भी बोला है।
पार्टी के राष्ट्रीय सचिव आर.पी.सिंह ने आईएएनएस से कहा कि योग गुरु ने जो भी कहा है वह तथ्य है। यह सालों से चलता आ रहा है कि राजनीतिक रूप से प्रभावशाली लोग अवॉर्ड पाने में सफल रहे हैं।
इस साल की शुरुआत में रामदेव को पद्म पुरस्कार दिए जाने की चर्चा थी, लेकिन उन्होंने किसी तरह का पद्म पुरस्कार स्वीकारने से इंकार कर दिया था।