कोलकाता, 29 सितंबर (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल में तृणमूल सरकार द्वारा 1938 से 1947 के बीच की कैबिनेट बैठकों के दस्तावेजों को सार्वजनिक करने के फैसले की वाम मोर्चा ने खिल्ली उड़ाई है। मोर्चा ने मंगलवार को कहा कि ममता बनर्जी सरकार के पास करने के लिए कोई काम नहीं है। इसीलिए वह फाइलों को सार्वजनिक करने में लगी हुई है।
पश्चिम बंगाल वाम मोर्चे के अध्यक्ष विमान बोस ने संवाददाताओं से कहा, “तृणमूल सरकार के पास करने के लिए कोई काम नहीं है। क्या आम आदमी जिन समस्याओं से जूझ रहा है, वे खत्म हो गई हैं? इस सरकार ने कुछ नहीं किया है। इसलिए यह फाइलें जारी करने में लगी हुई है, ताकि लगे कि कुछ काम कर रही है।”
ममता सरकार ने सोमवार को 1938 से 1947 के बीच की कैबिनेट बैठकों की फाइलें सार्वजनिक की थीं। इसके पहले 18 सितंबर को नेताजी सुभाष चंद्र बोस से संबंधित 64 फाइल सार्वजनिक की गई थीं।
बीरभूम में सोमवार को तृणमूल के आपसी संघर्ष में तीन लोगों की मौत पर विमान बोस ने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी जान बूझकर प्रदेश में भय का वातावरण बनाना चाह रही है। ऐसा 3 अक्टूबर को होने वाले नगरपालिका चुनावों को स्वतंत्र और निष्पक्ष नहीं होने के लिए किया जा रहा है।
3 अक्टूबर को सिलीगुड़ी महाकुमा परिषद और नवगठित आसनसोल और विधाननगर नगर निगमों के चुनाव होने हैं।
उन्होंने राज्य की पुलिस पर पक्षपात का आरोप लगाया। इसके खिलाफ वाम मोर्चा पहली अक्टूबर को पुलिस मुख्यालय तक मार्च निकालेगा।
बोस ने कहा, “जब हमारे कार्यकर्ताओं और आम लोगों पर कार्रवाई की बात आती है तो पुलिस एकदम से उत्साह में आ जाती है। लेकिन, जब सत्तारूढ़ दल के लोग बंदूक लेकर नाचते हैं तो मूकदर्शक बन जाती है।”
बोस मुर्शिदाबाद के कुंडी में तृणमूल कार्यकर्ताओं के उस जुलूस का जिक्र कर रहे थे, जिसमें पिस्तौल लहराई गई थीं। इसके विरोध में वामपंथी विधायकों ने विधानसभा में खिलौना बंदूकें लहराई थीं। इसकी मुख्यमंत्री ने आलोचना की थी।