लखनऊ, 15 मई (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में मंगलवार की शाम एक बड़ा हादसा हो गया। कैंट रेलवे स्टेशन के पास निर्माणाधीन फ्लाईओवर का एक बड़ा हिस्सा गिर जाने से इसकी चपेट में आकर 16 लोगों की मौत हो गई।
इस हादसे में कई वाहन दब गए और 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए। चारों तरफ चीख-पुकार और अफरा-तफरी मच गई। राहत व बचाव कार्य जारी है।
इस हादसे में मारे गए 16 लोगों के शव निकाल लिए गए हैं और 50 अन्य के मलबे में दबे होने की आशंका जताई गई है। जिले के अधिकारियों ने मृतकों की संख्या बढ़ने का अंदेशा जताया है।
फ्लाईओवर का निर्माण उत्तर प्रदेश स्टेट ब्रिज कारपोरेशन करवा रहा था।
मुख्य सचिव (गृह) अरविंद कुमार ने बताया कि एनडीआरएफ की सात टीमों के 325 जवान राहत व बचाव कार्य में लगे हुए हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी में हुई इस दुर्घटना पर दुख व्यक्त किया है।
मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन, लोक निर्माण विभाग तथा अन्य संबंधित विभागों को बचाव एवं राहत कार्य युद्धस्तर पर चलाने के निर्देश दिए हैं। राहत एवं बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की टीम मौके पर मौजूद है।
योगी ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि इस हादसे में घायल लोगों की समुचित चिकित्सा व्यवस्था तथा हर संभव मदद सुनिश्चित की जाए।
सरकार के प्रवक्ता व कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने पत्रकारों को बताया कि बनारस में हुए हादसे के बाद मुख्यमंत्री ने कैबिनेट की बैठक के दौरान दुख व्यक्त किया। उन्होंने तत्काल उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और मंत्री नीलकंठ तिवारी को घटनास्थल पर जाने को कहा है।
उन्होंने बताया कि स्थानीय अधिकारियों को भी दिशा निर्देश जारी किया गया है। सभी वरिष्ठ अधिकारियों को तत्काल घटनास्थल पर पहुंचने को कहा गया है। जांच के बाद ही पता चल पागा कि यह हादसा कैसे हुआ।
वाराणसी जिला प्रशासन और पुलिस विभाग के आला अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। मौके पर मौजूद लोगों ने घायलों को बचाना शुरू किया। प्रशासन ने भी बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है।
यह दुर्घटना वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन के पास जीटी रोड पर कमलापति त्रिपाठी इंटर कॉलेज के सामने घटित हुई है। घटनास्थल का नजारा बड़ा ही वीभत्स है। निर्माणाधीन पिलर के नीचे चार कारें, पांच ऑटो, एक सिटी बस और कई मोटरसाइकिल दब गई हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हुए हादसे की जांच के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की तीन सदस्यीय एक टीम गठित की है, जो 48 घंटे में रिपोर्ट सौंपेगी। मुख्यमंत्री ने पीड़ितों के लिए आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
योगी ने वाराणसी हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को 5-5 लाख तथा घायलों को 2-2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। उन्होंने पुलिस, स्वास्थ्य व जिला प्रशासन को हादसा प्रभावितों की हर संभव सहायता देने के निर्देश दिए हैं।
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य तथा राज्यमंत्री नीलकंठ तिवारी वाराणसी रवाना हो गए हैं।
सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि इस घटना की जांच के लिए मुख्यमंत्री ने तीन वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम गठित की है, जिसमें कृषि उत्पादन आयुक्त आर.पी. सिंह, मुख्य अभियंता (सिंचाई) भूपेंद्र शर्मा एवं जल निगम के प्रबंध निदेशक राजेश मित्तल को नामित किया गया है।
मुख्यमंत्री ने टीम को घटना की पूरी जांच व दोषी अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई प्रस्तावित करने एवं तकनीकी व अन्य सभी बिंदुओं पर रिपोर्ट देने के लिए 48 घंटे का समय दिया गया है।