इस आरोग्य मेले को काफी महत्व दिया जा रहा है, क्योंकि इसमें अंतर्राष्ट्रीय शिष्टमंडलों की भागीदारी होगी। भारत में 16 विदेशी मिशनों के अधिकारी उद्घाटन समारोह में भाग लेंगे। इसके अलावा 5 देशों की आयुष कंपनियों ने आरोग्य मेले में अपनी भागीदारी की पुष्टि कर दी है।
आयुष मंत्रालय 2005 से ही जागरूकता बढ़ाने एवं विभिन्न आयुष प्रणालियों में विकास प्रदर्शित करने के लिए भारत के बड़े शहरों में आरोग्य मेले का आयोजन करता रहा है। इस मेले को मिल रहे भारी जनसमर्थन को देखते हुए मंत्रालय उत्तर प्रदेश की राज्य सरकार, बीएचयू एवं भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) के सहयोग से 12 से 15 दिसंबर तक बीएचयू में आरोग्य मेले का आयोजन कर रहा है।
नेशनल मेडिसिनल प्लांट बोर्ड (एनएमपीबी), इंडियन मेडिसिन्स फार्मास्यूटिकल्स कॉरपोरेशन लिमिटेड (आईएमपीसीएल) के साथ आयुष प्रणाली की दवाओं में केंद्रीय अनुसंधान परिषदों, राष्ट्रीय संस्थान और लगभग 80 निजी आयुष उद्योग इस चार दिवसीय मेले में भाग लेंगे। साथ ही आयुष प्रणालियों के जरिये स्वास्थ्य देखभाल को बढ़ावा देने के लिए अनुसंधान, शिक्षा एवं उत्पादों के विकास के क्षेत्र में अपनी ताकत प्रदर्शित करेंगे।
मेले का उद्देश्य आयुष प्रणाली की कुशलता, उनकी निम्न लागत एवं सामान्य बीमारियों से बचाव एवं उपचार के लिए उपयोग में आने वाली जड़ी-बुटियों एवं पौधों की उपलब्धता के बारे में आम लोगों की जागरूकता को बढ़ाना है।