टोकियो, 23 अक्टूबर (आईएएनएस)। जापान में एक पर्वत पर कृत्रिम भूकंप उत्पन्न कर शोधकर्ताओं ने संभावित ज्वालामुखी विस्फोट के संकेतों में मददगार डेटा की तलाश शुरू कर दी है।
सरकारी समाचार चैनल एनएचके की खबर के मुताबिक, कृत्रिम भूकंप गुरुवार को किया गया।
जापान के मियागी और यामागाता प्रांतों के बीच स्थित माउंट जाओ पर्वत 1841 मीटर ऊंचा है। मार्च 2011 में भूकंप के बाद से यह पर्वत सक्रिय श्रेणी में आ गया है, जिस वजह से ज्वालामुखी झटके बढ़े हैं।
जापान के तोहोकू विश्वविद्यालय के एक दल ने मौसम विज्ञान एजेंसी के अधिकारियों के साथ मिलकर गुरुवार को तड़के ज्वालामुखी पर एक नया सर्वेक्षण किया।
उन्होंने पहाड़ की तरफ 40 मीटर गहरे गड्डे में लगभग 200 किलोग्राम डायनामाइट लगाया। गड्डे के अंदर पानी डाला, जो विस्फोट के साथ बाद बाहर निकल गया।
विस्फोट से उत्पन्न भूकंपीय तरंगों की तीव्रता लगभग 150 सेसमोमीटर मापी गई।
शोधकर्ताओं द्वारा इकट्ठा किए गए आकंड़ों से पता चला है कि पानी में भूकंपीय तरंगों का प्रवाह अधिक धीरे होता है और भूमि में लगभग दो किलोमीटर नीचे तक गर्म पानी की मौजूदगी का अनुमान लगाया गया है।
तोहोकू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर सतोशी मिउरा का कहना है कि जिन स्थानों पर गर्म पानी की मौजूदगी पाई गई है, उससे अगला विस्फोट वहां होने के संकेत मिले हैं।
माउंट जाओ में आखिरी बार 1940 में ज्वालामुखी फटा था।