भोपाल, 20 जुलाई (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले की जांच कर रहे केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने सोमवार को एक और मौत की प्रारंभिक जांच दर्ज कर ली है। इस तरह सीबीआई अब तक 15 मौतों को जांच के दायरे में ले चुकी है। सीबीआई अब तक 12 प्राथमिकी दर्ज कर चुकी है।
सीबीआई सूत्रों के अनुसार, जांच एजेंसी ने व्यापमं घोटाले से जुड़े विजय सिंह पटेल की मौत की प्रारंभिक जांच सोमवार को शुरू कर दी।
एसटीएफ ने विजय को व्यापमं घोटाले में गिरफ्तार किया था। वह जमानत पर रिहा था। एसटीएफ ने विजय को गिरोहबाज करार दिया था। विजय अपनी पत्नी को लेने छत्तीसगढ़ के कांकेर गया था, जहां 28 अप्रैल, 2015 को एक लॉज में उसका शव मिला था। विजय का परिवार उसकी मौत पर सवाल उठाता रहा है।
सीबीआई इस बात की जांच करेगी कि विजय की मौत का व्यापमं से कोई वास्ता है या नहीं।
विजय शाजापुर के जेल में फार्मासिस्ट के पद पर कार्यरत था। उसे एसटीएफ ने दुग्ध संघ भर्ती परीक्षा में हुए फर्जीवाड़े में गिरफ्तार किया था। उसे पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा और नाप तौल भर्ती परीक्षा के फर्जीवाड़े में भी गिरफ्तार किया गया था। बाद में एक मामले में उसे जमानत मिल गई थी।
सर्वोच्च न्यायालय ने नौ जुलाई को व्यापमं की जांच सीबीआई को सौंप दी थी। सीबीआई अब तक कुल 12 प्राथमिकी दर्ज कर चुकी है। वहीं 15 मौतों को जांच के दायरे में लिया है, जिसमें पत्रकार अक्षय सिंह की मौत भी शामिल है।
एसटीएफ ने व्यापमं घोटाले में कुल 55 प्रकरण दर्ज किए गए थे। 2100 आरोपियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है, वहीं 491 आरोपी अब भी फरार है। जांच के दौरान 48 लोगों की मौत हो चुकी है। मामले का जुलाई 2013 में खुलासा होने के बाद जांच का जिम्मा अगस्त 2013 में एसटीएफ को सौंपा गया था।