भोपाल, 29 अक्टूबर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में सूखे के चलते बने हालात का जायजा लेने गांव-गांव तक भेजे गए डेढ़ सौ से ज्यादा अफसरों से गुरुवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक-एक से बार-बारी बात की और सूखे का हाल जाना। उन्होंने इन अफसरों से खेती-किसानी, रोजगार, पेयजल व हितग्राहीमूलक योजनाओं की वस्तु-स्थिति का ब्योरा लिया।
मुख्यमंत्री चौहान ने तीन दिन गांवों में किसानों के बीच रहकर लौटे अफसरों से जानकारी हासिल की। चर्चा का सिलसिला मुख्य सचिव अंटोनी डिसा से शुरू हुआ। उन्होंने भ्रमण के दौरान किसानों और गांववासियों से मिली जानकारी से मुख्यमंत्री को अवगत करवाया। साथ ही जरूरी सुझाव भी दिए।
मुख्यमंत्री चौहान ने स्पष्ट तौर पर कहा कि वे अल्पवर्षा से उत्पन्न स्थिति के साथ-साथ गांवों में उपलब्ध संसाधन और सहूलियतों से संबंधित हरेक चीज की जानकारी से अवगत होना चाहते हैं, ताकि सूखे की स्थिति से निपटने, खेती को लाभदायी बनाने, रोजगार के वैकल्पिक साधन मुहैया करवाने तथा हितग्राहीमूलक योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के ठोस और स्थायी उपाय किए जा सकें।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से फसलों की स्थिति, खाद, बीज, सिंचाई, बिजली और फसल ऋण की उपलब्धता, पेयजल, रोजगार, सार्वजनिक वितरण प्रणाली, पेंशन योजनाओं एवं शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं आदि की स्थिति की जानकारी ली।
आधिकारिक तौर पर दी गई जानकारी में बताया गया है कि तमाम अधिकारी 30 अक्टूबर को पांच समूह में व्यापक चर्चा करेंगे और अपनी रिपोर्ट तैयार करेंगे। रिपोर्ट का प्रस्तुतीकरण तीन नवंबर को होगा। इसी बीच 31 अक्टूबर को कृषि टास्क फोर्स की बैठक भी होगी। इसके बाद प्राप्त जानकारी एवं सुझावों के आधार पर कारगर और स्थायी व्यवस्था की जाएगी।