दिल्ली-श्रद्धा मर्डर केस की सीबीआई जांच की मांग को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की गई है. याचिका में कहा गया है कि सबूतों और गवाहों को खोजने के लिए पर्याप्त तकनीकी और वैज्ञानिक उपकरण दिल्ली पुलिस के पास नहीं है. क्योंकि घटना लगभग 6 महीने पहले हुई थी. इसलिए इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप देना चाहिए. यह याचिका एक वकील ने दाखिल की है. याचिका में कहा गया है कि दिल्ली पुलिस द्वारा की गई जांच के सूक्ष्म और संवेदनशील विवरण मीडिया के माध्यम से जनता के सामने प्रकट किए गए हैं. किसी भी अभियुक्त की बरामदगी, अदालती सुनवाई आदि के स्थान पर मीडिया और अन्य सार्वजनिक व्यक्तियों की उपस्थिति वर्तमान मामले में सबूतों और गवाहों के साथ उनके हस्तक्षेप के बराबर है.
दिल्ली पुलिस ने घटना स्थल को आज तक सील नहीं किया है, जिस पर जनता और मीडियाकर्मी लगातार पहुंच रहे हैं. याचिका में कहा गया है कि वर्तमान मामले में आईपीसी की धारा 302/201 के तहत एक जघन्य और संवेदनशील अपराध से संबंधित और उसी संवेदनशील जानकारी में बरामदगी, सबूत आदि के बारे में जांच से संबंधित पुलिस स्टेशन महरौली द्वारा लगातार लीक किया जा रहा है.