नई दिल्ली, 7 अप्रैल (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) से जुड़े प्रयोगशालाओं के आकलन के लिए मानदंड निर्धारित करने का आह्वान किया है।
एक आधिकारिक बयान में बुधवार को कहा गया कि सीएसआईआर सोसाइटी की बुधवार की बैठक में भाग लेने के बाद प्रधानमंत्री ने अपना विचार व्यक्त करते हुए कहा कि परिषद राष्ट्रीय चुनौतियों का समाधान कर रहा है और इसकी एक प्रमुख भारतीय प्रवर्तक के रूप में पहचान है।
सीएसआईआर सोसाइटी की 38 प्रयोगशालाएं, 39 केंद्र, 3 नवाचार परिसर और 5 इकाइयां हैं। यह विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय की देखरेख में चलने वाला निकाय है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सीएसआईआर के वैज्ञानिक समुदाय को देश के विभिन्न इलाकों के लोगों की कम से कम 100 समस्याओं की सूची बनानी चाहिए और निश्चित समयसीमा में प्रौद्योगिकी के माध्यम से उसका समाधान पेश करने की चुनौती स्वीकार करना चाहिए।
मोदी ने कहा कि सीएसआईआर को आदिवासी लोगों के बीच सिकल-सेल एनेमिया, रक्षा उपकरण उत्पादन, सैनिकों के लिए जीवन रक्षक उपकरणों, सौर ऊर्जा से जुड़े नवोन्मेष और कृषि जैसे क्षेत्रों में नई खोज करनी चाहिए।
बयान में कहा गया, “प्रधानमंत्री ने जोर दिया कि वे सीएसआईआर आम आदमी के जीवन को तकनीकी समाधान के माध्यम से बेहतर बनाए तथा गरीबों की समस्याओं को दूर करे।”