इवानोव ने कहा कि रूस व स्वतंत्र राज्यों के राष्ट्रमंडल के लोगों द्वारा इस्लामिक स्टेट (आईएस) में शामिल होने की घटनाएं बढ़ती ही जा रही थीं, जिसके मद्देनजर देश में आतंकवाद की समस्या के संभावित उदय के खिलाफ रोकथाम का उपाय अपनाना जरूरी हो गया था।
उन्होंने कहा, “हजारों की संख्या में रूसी ऐसा कर रहे हैं। कुछ लोग पहले ही रूस लौट चुके हैं, जबकि यह सुझाव देना आसान है कि और अधिक लोग हमारे क्षेत्र में लौटेंगे।”
रूसी संसद के उच्च सदन फेडरेशन काउंसिल ने बुधवार सुबह संसद के उच्च सदन रूसी फेडरेशन काउंसिल ने सीरिया में सशस्त्र बल भेजने की राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन को मंजूरी दे दी।
क्रेमलिन द्वारा ऑनलाइन जारी एक बयान के मुताबिक, पुतिन ने सशस्त्र बलों की एक टुकड़ी को सार्वभौमिक मान्यता प्राप्त सिद्धांतों व अंतर्राष्ट्रीय कानूनों की तर्ज पर रूसी क्षेत्र के बाहर भेजने की मंजूरी मांगी थी।
रूस के संविधान के तहत रूसी सशस्त्र बलों को देश के बाहर भेजा जाए या नहीं, इसकी मंजूरी देने के लिए फेडरेशन काउंसिल जिम्मेदार है।
समाचार एजेंसी तास के अनुसार इवानोव ने कहा, “फेडरेशन काउंसिल ने एकमत से राष्ट्रपति के निवेदन को मंजूर कर लिया।”