झखारोवा ने रूस के ‘आरटी’ टेलीविजन से कहा, “यह कोई खेल नहीं है कि कौन शक्तिशाली है और कौन समझदार। यह एक ईमानदार प्रयास है, जो सीरियाई समस्या का शांतिपूर्ण समाधान खोजने के लिए अपनाया गया।”
उन्होंने कहा कि अब यह पूरी तरह स्पष्ट हो गया है कि अमेरिका सीरिया मुद्दे तक नहीं पहुंच पाया है, जो दोनों देशों के बीच वार्ता के दौरान प्रमुख समस्या बन गया है।