हनोवर, 12 अप्रैल (आईएएनएस)। हनोवर मेसे व्यापार मेले में जहां भारत को डिजाइन, नवाचार, विनिर्माण और निर्यात के केंद्र के रूप में पेश करने की कोशिश होगी, वहीं मेले में भारतीय योग, लोक नृत्य, संगीत और रसोई को भी प्रमुखता से पेश किया जाएगा।
मेले में भारतीय पैवेलियन सज धज कर सोमवार को उद्घाटन के लिए तैयार है। उद्घाटन करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल मेले में चुनिंदा पैवेलियन पर भी जाएंगे।
भारतीय पैवेलियन में जैव प्रौद्योगिकी, नवीकरणीय ऊर्जा, अंतरिक्ष, सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी), औद्योगिक गलियारा और स्मार्ट शहर और वेलनेस में भारत की संभावना और जनसांख्यिकी लाभांश को प्रमुखता से उभारा गया है।
मेले के द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, देश के छह राज्य महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, पंजाब, गुजरात, राजस्थान और उत्तर प्रदेश निवेश और अवसंरचना अवसर को पेश करने के लिए संगोष्ठी आयोजित करेंगे।
भारतीय पैवेलियन में प्रमुख राष्ट्रीय कार्यक्रम ‘दक्ष भारत’ और ‘डिजिटल भारत’ को भी प्रमुखता से पेश किया गया है। साथ ही पैवेलियन के एक हिस्से में भारत और जर्मनी के पारस्परिक संबंधों और संभावनाओं को भी उभारा गया है।
औद्योगिक प्रौद्योगिकी के लिहाज से इस मेले का दुनिया का सबसे बड़ा मेला माना जाता है। मेले में भारतीय पैवेलियन में दुनिया भर के लिए दो लाख अतिथियों के आने की उम्मीद है।
भारतीय प्रतिनिधिमंडल में 350 कंपनियां शामिल होंगी, जिनकी मौजूदगी 10 अलग-अलग भवनों में होगी। इसके अलावा प्रतिनिधिमंडल में छह मंत्रालय और विभाग, 14 राज्य सरकारें और 120 भारतीय कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारी भी होंगे।
दोनों देशों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों की आपसी चर्चा के लिए मेले में भारत-जर्मन कारोबारी सम्मेलन का भी आयोजन किया गया है।
भारत सरकार के मंत्रालय और विभाग मेले में छह सम्मेलन करेंगे। ये सम्मेलन भारतीय और जर्मन मुख्य कार्यकारी अधिकारियों, वाणिज्य विभाग, औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी विभाग, भारी उद्योग विभाग, शहरी विकास मंत्रालय और नवीन तथा नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में होंगे।
इन सम्मेलनों में नवीकरणीय ऊर्जा, इलेक्ट्रॉनिक्स, भारी इंजीनियरिंग और ऑटोमेशन जैसे क्षेत्र में दोनों देशों के सहयोग पर चर्चा होगी।
स्मार्ट शहर-शहरी चुनौती, दक्ष भारत रणनीति की ओर, डिजिटल भारत में सहयोग जैसे सम्मेलनों में जर्मनी की प्रौद्योगिकी का सरकार के विभिन्न कार्यक्रमों में उपयोग और निवेश सुविधा पर चर्चा होगी।
इन गतिविधियों के साथ-साथ भारतीय पैवेलियन में योग, ध्यान, कारोबारी योग तथा पश्चिम में योग की प्रासंगिकता पर भी प्रस्तुतियां देखने को मिलेंगी।
हॉल संख्या-2 में नाइट ऑफ इन्नोवेशन का आयोजन होगा। इसमें भारतीय लोक उत्सव, कलाओं और भारतीय रसोई परंपरा की झांकी देखने को मिलेगी।