पाकिस्तान के एक चर्च पर हुए दोहरे आत्मघाती हमले में अब तक 81 लोगों की जान चुकी है. बेहतर सुरक्षा की मांग के साथ पूरे देश में ईसाई समुदाय विरोध प्रदर्शन करने निकला है.
उत्तर पश्चिमी शहर पेशावर के ऑल सेंट्स चर्च पर रविवार की प्रार्थना के तुरंत बाद हुआ हमला, पाकिस्तान के अल्पसंख्यक ईसाई समुदाय के खिलाफ अब तक का सबसे घातक हमला है. पेशावर के लेडी रीडिंग अस्पताल के डॉक्टर अरशद जावेद ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया कि रात भर में मरने वालों की तादाद बढ़ कर 81 हो गई है जिसमें 37 महिलाएं हैं. कुल 131 लोग घायल हुए हैं.
इस्लामाबाद, लाहौर, कराची, पेशावर और फैसलाबाद समेत देश के सभी प्रमुख शहरों में ईसाई समुदाय के लोगों ने प्रदर्शन किया है. इस्लामाबाद में 600 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों ने वहां के प्रमुख हाईवे को बंद रखा. ऑल पाकिस्तान माइनॉरिटी अलायंस के अध्यक्ष पॉल भट्टी का कहना है, “हम साफ तौर पर कह रहे हैं कि यह आतंकवाद की घटना थी. सिर्फ ईसाई समुदाय ही आतंक का निशाना नहीं हैं. पूरा पाकिस्तान ही आतंकवाद से पीड़ित है. आतंकवादी हर किसी को निशाना बना रहे हैं, वे जानवर हैं. वक्त आ गया है कि पाकिस्तान उनके खिलाफ कदम उठाए.” भट्टी ने यह भी बताया कि सभी ईसाई स्कूल तीन दिन के शोक के तहत बंद रहेंगे.