नई दिल्ली, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अरूप राहा ने गुरुवार को 83वें वायुसेना दिवस परेड के मौके पर कहा कि एशिया-प्रशांत क्षेत्र में बढ़ती हिंसा भारत के लिए चिंता की बात है।
दिल्ली के नजदीक हिंडन वायुसेना अड्डे पर परेड के अवसर पर वायुसेना प्रमुख ने कहा, “वैश्विक सुरक्षा वातावरण में व्यापक बदलाव हुए हैं और इसका मुख्य असर एशिया-प्रशांत क्षेत्र पर पड़ा है। इस क्षेत्र में हिंसा का पुनरुत्थान हुआ है जो कि भारत के लिए चिंतनीय है।”
वायुसेना प्रमुख ने कहा कि सामरिक बुनियादी ढांचे का विकास मुख्य रूप से जरूरी था और देश के उत्तरी और उत्तर पूर्वी हिस्से पर ज्यादा ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय वायुसेना के जवानों को सलाम करते हुए कहा कि देश के लिए उनका योगदान उल्लेखनीय है।
मोदी ने एक बयान में कहा, “वायुसेना दिवस पर मैं वायुसेना के जवानों को सलाम करता हूं। उन्होंने सदैव बेहद वीरता और निष्ठा के साथ देश की सेवा की है। आकाश की सुरक्षा की बात हो या आपदा की घड़ियां वे हमेशा सबसे आगे रहते हैं।”
समारोह में राहा ने वायुसेना के 13 जवानों को वायुसेना पदक प्रदान किए। दो वीरता पुरस्कार मरणोपरांत प्रदान किए गए।
राहा ने 19 वायुसेना पदक और 32 विशिष्ट सेवा पदक भी दिए।
परेड में वायुसेना के जवानों ने हवाई ड्रिल भी की जिनमें भारत के अग्रणी लड़ाकू विमानों ने प्रदर्शन किया।
आकाश गंगा समूह के कलाबाजों के एक प्रदर्शन के साथ वायुसेना परेड का आगाज हुआ।
चार हॉक वायुयानों वाली नई सूर्य किरण एक्रोबेटिक टीम (स्केट) ने कार्यक्रम में पहली बार प्रदर्शन किया। वायुयानों की कमी के चलते स्केट को चार वर्ष पूर्व खंडित कर दिया गया था।
वायुसेना दिवस आठ अक्टूबर 1932 को भारतीय वायुसेना की स्थापना की यादगार के तौर पर मनाया जाता है।