नई दिल्ली, 25 अगस्त (आईएएनएस)। भारत में बीते 40 सालों से रह रहे म्यांमार के नागरिक को भारत-पाकिस्तान और बांग्लादेश में सक्रिय आतंकवादी संगठन हरकत-उल-जेहाद-अल-इस्लाम (हुजी) की मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
शेख नूर नामक इस आदमी को 21 अगस्त को दक्षिणी दिल्ली के अबुल फजल एंक्लेव स्थित उसके घर से पकड़ा गया।
सहायक पुलिस आयुक्त रविंद्र यादव ने बताया कि नूर टोपी बेचने की आड़ में हुजी के सदस्यों की मदद किया करता था।
पुलिस ने बताया कि नूर बीते 40 सालों से अवैध रूप से भारत में रह रहा था। गरीब परिवार का नूर आठ साल की उम्र में अपने माता-पिता के साथ म्यांमार छोड़कर बांग्लादेश में बस गया था। 15 साल की उम्र में वह अवैध रूप से भारत आ गया।
यादव ने बताया, “पांच साल तक पश्चिम बंगाल के बर्दवान में रहने के बाद वह दिल्ली आ गया।”
उन्होंने बताया कि नूर ने हैदराबाद में 100 वर्गमीटर जमीन खरीदी थी। हैदराबाद में उसके खिलाफ पासपोर्ट अधिनियम, विदेशियों और आव्रजकों से संबंधित कानूनों के तहत मामले दर्ज हैं।
अधिकारी ने बताया, “नूर एक ऐसे नेटवर्क का हिस्सा है जो आव्रजकों को जाली पतों पर बनाए गए भारतीय पासपोर्ट दिलाने में मदद करता है। उसने खुद फर्जीवाड़ा कर अपने लिए तीन भारतीय पासपोर्ट बनवाए थे।”
उन्होंने कहा कि नूर के सऊदी अरब, बांग्लादेश, पाकिस्तान और म्यांमार के संदिग्ध आतंकियों से संपर्क हैं। उसके पास से दो डायरी मिली है जिसमें सऊदी अरब और बांग्लादेश के फोन नंबर हैं।
नूर ने पुलिस को बताया कि वह नकली नोट मामले में चेन्नई में दो साल जेल काट चुका है।
हैदराबाद की पुलिस ने नूर को ट्रांजिट रिमांड पर लिया है। पाकिस्तानी आतंकवादी मोहम्मद नासिर से उसके संबंधों की हैदराबाद पुलिस जांच कर रही है।
यादव ने कहा कि नासिर के एक अन्य पाकिस्तानी आतंकी अब्दुल जब्बार से रिश्ते हैं।
नासिर को पांच अन्य संदिग्धों के साथ 14 अगस्त को हैदराबाद में पुलिस ने पकड़ा था। इन पकड़े गए लोगों में नूर का रिश्तेदार जैनुल अब्दीन भी शामिल है।