नई दिल्ली, 1 जून (आईएएनएस)। हॉकी वर्ल्ड लीग (एचडब्ल्यूएल) सेमीफाइनल्स की तैयारियों के मद्देनजर भारतीय महिला हॉकी टीम छोटे-छोटे पास में महारथ हासिल करने में जुटी हुई है।
हॉकी वर्ल्ड लीग सेमीफाइनल्स के लिए पिछले महीने घोषित की जा चुकी भारतीय महिला टीम इस समय राष्ट्रीय राजधानी के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में अभ्यास कर रही है।
बेल्जियम में होने वाले टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के लिए टीम 20 जून को रवाना होगी, जहां उनके पास शीर्ष तीन में जगह बनाकर रियो ओलम्पिक-2016 का टिकट हासिल करने का मौका होगा।
हाल ही में संपन्न हुए हॉकी वर्ल्ड लीग राउंड-2 और हॉक्स बे कप में अपनी क्षमताओं एवं कमजोरियों को ध्यान में रखकर टीम उनमें सुधार के लिए कठिन मेहनत कर रही है।
हॉकी वल्र्ड लीग सेमीफाइनल्स में दुनिया की टॉप 10 टीमें हिस्सा लेंगी और शीर्ष तीन में जगह बनाने वाली टीम सीधे रियो ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई कर जाएगी।
नवनियुक्त कोच माथियास अहरेंस के मार्गदर्शन में भारतीय महिला हॉकी टीम पूरे उत्साह में है। अहरेंस के लिए भी भारत की ओर से यह पहली बड़ी चुनौती होगी।
भारतीय टीम की युवा स्ट्राइकर अनुराधा देवी ने सोमवार को कहा, “नए कोच के मार्गदर्शन में यह कुछ नया सीखने का समय है। हमारा मनोबल बढ़ा हुआ है, क्योंकि हमें समझ आ गया है कि विपक्षी टीम की रक्षापंक्ति भेदने के बाद हमें गेंद को अपने कब्जे में बनाए रखने, छोटे-छोटे और सटीक पास देने और मिले छोटे से मौके का भी पूरा फायदा उठाने की जरूरत है।”
अनुराधा ने कहा, “यह सब बेहद कम समय में, क्षणों में होना है और हम इसी पर कठिन मेहनत कर रहे हैं। हम इसी को ध्यान में रखकर अभ्यास कर रहे हैं और उम्मीद करते हैं कि परिस्थितियां हमारे पक्ष में होंगी। हम पूरे आत्मविश्वास में हैं और इस समय हमारा पूरा ध्यान पहले मैच पर है।”