नई दिल्ली, 10 अगस्त (आईएएनएस)। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता डी.पी. त्रिपाठी ने बुधवार को कहा कि सीमावर्ती राज्य जम्मू एवं कश्मीर को शेष भारत के साथ ‘जोड़ने’ का एकमात्र रास्ता राज्य के लोगों में ‘विश्वास पैदा करना’ है।
त्रिपाठी ने साथ ही कहा कि कश्मीर घाटी में अशांति और तनाव की समस्या पर चर्चा करने और इस स्थिति को दूर करने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई जानी चाहिए।
घाटी में अशांति और हिंसा के मुद्दे पर बहस में हिस्सा लेते हुए त्रिपाठी ने कहा कि कश्मीर की जनता में भरोसा पैदा करने से ही वहां की स्थिति सुधार सकती है।
हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादी बुरहान वानी के आठ जुलाई को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे जाने के बाद से कश्मीर में हिंसा और तनाव व्याप्त है।
राकांपा नेता ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार से सवाल किया, “कश्मीर मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुलाने और वहां एक प्रतिनिधिमंडल भेजने में इतना गलत क्या है?”
मामले को सुलझाने के लिए केंद्र सरकार को समर्थन देते हुए त्रिपाठी ने कहा कि देश के अन्य हिस्सों में कार्यरत या शिक्षा हासिल कर रहे कश्मीर के लोगों को ‘यथोचित सम्मान’ दिया जाना चाहिए, क्योंकि इससे विश्वास पैदा करने में मदद मिलेगी।
उन्होंने नरेंद्र मोदी सरकार से कश्मीरी छात्रों की सूची बनाने के खिलाफ भी आगाह किया।
त्रिपाठी ने कहा, “सरकार को इसका अवश्य ध्यान रखना चाहिए।”
राकांपा नेता ने राज्य में स्थिति से निपटने के लिए केंद्र सरकार से राज्य सरकार को पूरा समर्थन देने का आग्रह भी किया।