अमेरिका के 32 वर्षीय तैराक का कहना है कि रविवार को हुई इस घटना के दौरान वह अपने हमवतन एथलीटों गुनेर बेंट्ज, जैक कोंगर और जिमी फीजेन के साथ थे, जब पुलिस के भेष में आए चोरों ने उनकी टैक्सी को रोका।
‘एनबीसी’ के ‘टुडे’ कार्यक्रम में लोचते ने कहा, “हम टैक्सी में थे, जब वो लोग पुलिस के तमगे के साथ आए। इसके अलावा उनके पास कोई पहचान नहीं थी और उन्होंने हमें बाहर निकाला।”
लोचते ने कहा, “उन्होंने अपनी बंदूक निकाली और अन्य तैराकों को जमीन पर लेट जाने के लिए कहा। मैंने ऐसा करने से इनकार कर दिया। हमने कुछ गलत नहीं किया था फिर क्यों हमें जमीन पर लेट जाने के लिए कहा जा रहा था।”
अमेरिकी तैराक ने कहा, “उन्होंने अपनी बंदूक मेरे सिर पर रखकर नीचे बैठने के लिए कहा। उन्होंने हमारे पैसे निकाले और मेरा पर्स भी निकाला। वह सब कुछ लेकर चले गए।”
रियो ओलम्पिक में तैराकी स्पर्धा में अपनी जीत का जश्न मनाने के बाद लोचते के साथ अन्य तीन एथलीट ओलम्पिक खेल गांव लौट रहे थे, जब उनके साथ यह घटना हुई।
अमेरिका की ओलम्पिक समिति के प्रवक्ता ने कहा, “उनकी टैक्सी को पुलिस अधिकारियों की भेष में आए लोगों द्वारा रोका गया और एथलीटों से पैसों की मांग की गई। चारों एथलीट सुरक्षित हैं और अधिकारियों के साथ साझेदारी के साथ काम कर रहे हैं।”