पटना, 29 अगस्त (आईएएनएस)। बिहार में गंगा सहित अन्य प्रमुख नदियों में हाल में आई बाढ़ से 12 जिलों के 2029 गांव की 37.74 लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित है। बाढ़ से पिछले 24 घंटे के दौरान तीन लोगों की मौत हो गई। बाढ़ से मरने वालों की संख्या 61 तक पहुंच गई है।
इस बीच गंगा और उसकी सहायक नदियों सहित पुनपुन तथा सोन नदी के जलस्तर में हालांकि लगातार कमी हो रही है, लेकिन गंगा अभी भी कई स्थानों पर खतरे के निशान से पर ऊबह रही है।
पटना स्थित बाढ़ नियंत्रण कक्ष के मुताबिक, सोमवार को भी गंगा और सोन सहित सभी नदियों के जलस्तर में कमी आई है। पटना के गांधी घाट पर गंगा का जलस्तर 49.77 मीटर दर्ज किया गया। यहां का जलस्तर रविवार को 49.86 मीटर था।
बाढ़ नियंत्रण कक्ष में प्रतिनियुक्त सहायक अभियंता विवेक कुमार ने आईएएनएस को बताया कि इंद्रपुरी बैराज में सोन नदी का जलस्तर में कमी दर्ज की गई है। इंद्रपुरी बैराज के पास सोन नदी का जलस्तर 1,18,167 क्यूसेक दर्ज किया गया।
गंगा नदी बक्सर, दीघा, गांधीघाट, हाथीदह, भागलपुर और कहलगांव में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जबकि बूढ़ी गंडक नदी खगड़िया में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
पटना, वैशाली, भोजपुर और सारण जिला के दियारा क्षेत्र (नदी किनारे मैदानी इलाके) बाढ़ से अधिक प्रभावित हैं।
आपदा प्रबंधन विभाग के संयुक्त सचिव अनिरुद्ध कुमार ने सोमवार को बताया कि अब तक करीब 7.06 लाख लोगों को बाढ़ग्रस्त स्थान से बाहर निकालकर सुरक्षित स्थान पर लाया गया है, जिनमें से करीब 3.92 लाख लोगों को 631 बाढ़ राहत शिविरों में रखा गया है।
बाढ़ से करीब 3.69 लाख पशु प्रभावित हुए हैं। पशुओं के लिए भी 184 शिविर चलाए जा रहे हैं।
विभाग के मुताबिक, हाल में आई बाढ़ से कुल 61 लोगों की मौत हो गई है, जिनमें भोजपुर जिला में 15, समस्तीपुर में 11, बेगूसराय में नौ, वैशाली में सात, खगड़िया में छह, सारण में पांच, लखीसराय तीन, भागलपुर में दो और पटना, बक्सर एवं मुंगेर जिला में एक-एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है। बाढ़ से 57 पालतू पशुओं की भी मौत हो गई है।
आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार, बाढ़ से प्रभावित जिलों में राहत एवं बचाव कार्य जारी है। प्रभावित लोगों को दियारा क्षेत्र से सुरक्षित निकालकर राहत शिविरों में लाया जा रहा है, जहां उनके लिए पका हुआ भोजन, पीने का पानी, महिला एवं पुरुषों के लिए अलग-अलग शौचालय, स्वास्थ्य जांच, जरूरी दवाएं, साफ-सफाई एवं प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था की गई है।
बाढ़ प्रभावित इलाकों से लोगों को निकालने के लिए कुल 2787 नावें परिचालित की जा रही हैं तथा एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत एवं बचाव कार्य में लगी हुई हैं।
उल्लेखनीय है कि बिहार में गंगा नदी के उफान पर होने के कारण बक्सर, भोजपुर, पटना, वैशाली, सारण, बेगूसराय, समस्तीपुर, लखीसराय, खगड़िया, मुंगेर, भागलपुर और कटिहार जिलों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है।