नई दिल्ली, 22 सितम्बर (आईएएनएस)। एक महिला और उसके बेटे सहित तीन बांग्लादेशियों को ‘अमीर और साक्षर लोगों को’ अमेरिकी डालर की बिक्री के बहाने लूटने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी।
मोहम्मद फारूख (36), सलमा (48) और उसके बेटे उज्जल (27) को पूर्वी दिल्ली के गीता कालोनी इलाके से हिरासत में लिया गया। यह सभी बांग्लादेश के मदारीपुर के निवासी हैं।
पुलिस उपायुक्त ऋषिपाल ने उनके चोरी के ढंग के बारे में बताते हुए कहा कि गिरोह अमेरिकी डॉलर के साथ पीड़ितों तक पहुंच बनाता था।
उन्होंने बताया कि तीनों आरोपी अमीर और पढ़े लिखे लोगों को मॉल और ऐसी ही दूसरी जगहों पर अपने जाल में फंसाते थे। उन्होंने हाल ही में एक व्यक्ति से माल में मुलाकात के बाद उसके 80,000 रुपये लूटे थे।
ऋषिपाल ने कहा गिरोह पीड़ितों को विश्वास में लेने के लिए खुद को अनपढ़ दिखाता था। वे पीड़ितों को एक डॉलर दिखाकर पूछते थे कि ‘सर, क्या आप बता सकते हैं कि यह क्या है? यह हमें जमीन पर गिरा मिला..क्या यह कीमती है?’
पुलिस अधिकारी ने कहा, “यह लोग पीड़ितों से कहते थे कि उनके पास ऐसे ही करीब 6,000 डॉलर हैं।”
उन्होंने बताया कि यदि शिकार इनकी कहानी में फंस गया तो वे ‘सौदा’ करते या सभी डॉलर के बदले बहुत थोड़ी भारतीय मुद्रा लेने की बात करते। लोगों से कहते कि उन्हें पैसों की सख्त जरूरत है।
अधिकारी ने कहा, “कुछ लोग 6000 डालर खरीदने पर सहमति जता देते थे।”
इसके बाद गिरोह मुद्रा बदलने के लिए पीड़ित को किसी एकांत जगह बुलाता था। और फिर, चाकू या बंदूक की नोक पर उनके कीमती समान और पैसे लूट लेता था। ”