एडीएम हरिकेश चौरसिया ने बताया कि गूगल मैप से जोड़ने का लगभग 85 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है। जिले के सभी मतदान केंद्रों को 25 सितम्बर तक गूगल मैप से जोड़ा जाना है। जीपीएस (ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम) के जरिए इस सॉफ्टवेयर में प्रत्येक मतदान केंद्र का ब्योरा दर्ज किया जाएगा। यह कार्य सुपरवाइजर और बीएलओ को दिया गया है।
अपने मोबाइल में भी चुनाव आयोग की वेबसाइट पर जा कर कोई भी मतदाता भाग संख्या दर्ज कर मतदान केंद्र की स्थिति पता कर सकता है। जैसे गूगल मैप पर किसी स्थान पर जाने के लिए नेविगेशन प्रणाली मदद करेगी, वैसे ही मतदान केंद्र का रास्ता भी स्क्रीन पर दिखाई देगा।
जिले में कुल 1443 मतदान केंद्र और 3357 बूथ हैं। नए मतदाताओं को जोड़ने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। सभी विधानसभा क्षेत्रों में स्कूलों पर शिविर लगाकर लोगों को मतदान के लिए जागरूक करने के साथ ही वोटर लिस्ट में जोड़ा भी जा रहा है।