नई दिल्ली, 26 सितम्बर (आईएएनएस)। दिल्ली में साफ सफाई की खराब स्थिति के लिए नगर निगमों को दोषी ठहराते हुए दिल्ली के लोक निर्माण मंत्री सत्येंद्र जैन ने सोमवार को कहा कि राजधानी में भाजपा शासित नगर निगमों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान को बुरी तरह विफल कर दिया है।
जैन ने कहा कि तीनों भाजपा शासित नगर निगम लोगों को परेशान करने और भ्रष्टाचार के जरिए पैसा कमाने के अलावा कुछ और नहीं करते हैं।
आम आदमी पार्टी (आप) नेता ने कहा, “दिल्ली के तीनों भाजपा शासित नगर निगमों ने स्वच्छ भारत अभियान को बुरी तरह विफल कर दिया है। साथ ही, देश की छवि खराब करने के अलावा भाजपा को एक आईना भी दिखा दिया है।”
स्वच्छता के मुद्दे पर सोमवार को उप राज्यपाल नजीब जंग के साथ बैठक के बाद जैन ने यह टिप्पणियां कीं।
आप नेता ने कहा, “दिल्ली में स्वच्छता की स्थिति काफी खराब है और राजधानी में कूड़े के अंबार लगे हैं। इस स्थिति को लेकर मैं और उप राज्यपाल, दोनों चिंतित हैं।”
उन्होंने कहा कि शहर में मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के मद्देनजर उप राज्यपाल ने नगर निगमों को कम से कम एक महीने के लिए स्वच्छता पर ध्यान देने को कहा है।
जैन ने कहा कि उप राज्यपाल ने ढालाओं (कूड़ाघरों) को दिन में दो बार साफ करने के निर्देश हैं, जबकि नगर निगम प्रतिदिन साफ करने का दावा करता है।
मंत्री ने कहा, “क्या पैसे कमाने के अलावा निगर निगमों ने कोई काम किए हैं? वे केवल रिश्वत लेते हैं और कुछ नहीं करते हैं। अगर आप नगर निगमों द्वारा किए गए कामों की एक सूची बनाएंगे तो आप महसूस करेंगे कि वे केवल लोगों को परेशान करते हैं और उनसे पैसे कमाते हैं।”
स्वच्छता के मुद्दे पर नगर निगमों पर दबाव बनाने के लिए गत सप्ताह आप ने सोशल मीडिया पर ‘कचरा पता लगाओ’ अभियान शुरू किया था।