नई दिल्ली, 29 सितम्बर (आईएएनएस)। अमेरिकी आधार वाले अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य संगठन, पोपुलेशन सर्विसेज इंटरनेशनल (पीएसआई) ने गुरुवार को मुनाफा कमाने वाले एक कारोबार की शुरूआत की घोषणा की है। इसके तहत संस्थान ने भविष्य का सामाजिक उपक्रम तैयार करने के लिए मुनाफे वाले और बगैर मुनाफे वाले कार्यों को एक साथ किया।
इसे इस तरह डिजाइन किया गया है कि इस समय चल रहे संस्थान के मुनाफा न कमाने वाले कार्य का सहायक होगा। पीएसआई को इसके अभिनव कार्यों के लिए जाना जाता है, जो 50 से ज्यादा देशों में लोगों का स्वास्थ्य बेहतर करने के लिए काम करता है।
भारत में इसे इसके उत्पादों जैसे खाने वाली गर्भ निरोधक गोलियों-पर्ल, गर्भ निरोधक उपाय- फ्रीडम 5 और मस्ती कंडोम के लिए जाना जाता है।
गैर सरकारी संगठनों को धन देने की बदलती स्थितियों में कारोबारी परिचालनों को आर्थिक तौर पर मजबूत बनाने के लिए नया उपक्रम एक अलग व्यावसायिक इकाई के रूप में काम करेगा जो पीएसआई के हेल्थकेयर के सामान प्राप्त करने लिए वितरण और विपणन के काम करेगा और इसमें गर्भनिरोधकों का प्रावधान शामिल होगा।
इनकी कीमत प्रतिस्पर्धी रखी जाएगी ताकि महिलाओं के लिए परिवार नियोजन के उत्पादों के विकल्प ज्यादा हों। इसके अलावा ओआरएस और जिंक सप्लीमेंट के जरिए यह पैदा होने वाले बच्चों को सुरक्षित जीवित रखने के अपने कार्य को मजबूत करने की दिशा में काम करेगा।
पीएसआई के सीईओ और अध्यक्ष कार्ल हॉफमैन ने कहा, “भारत बदल रहा है। जनसंख्या के लिहाज से और आर्थिक रूप से भी। स्वास्थ्य की देखभाल से संबंधित सेवाएं पिछले 10 साल में बहुत किफायती बना दी गई हैं और ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की पहुंच में भी हैं। इसके बावजूद, संरचना, सेवा मुहैया कराने में कमी और चुनौतियां अब भी हैं। न्यायसंगत आर्थिक विकास की कोशिश में हाल में घोषित ससटेनेबल डेवलपमेंट गोल्स (एसडीजी) हासिल करने की भारत की कल्पना उद्यमियों के लिए संभावनाओं से भरी हुई है। इससे सामाजिक उपक्रमों के लिए भारत सबसे ज्यादा संभावनाओं वाला बनता है और ये अभिनवए जोखिमों से दूर और उन लोगों के प्रति दीर्घ अवधि की प्रतिबद्धता से संचालित हैं जिन्हें सेवाएं नहीं मिलती हैं या कम मिलती हैं।”
अपनी नई शाखा के तहत पीएसआई इंडिया ने तेजी से उपयोग किए जाने वाले उपभोक्ता स्वास्थ्य उत्पादों की नई रेंड पेश करेगी और इन्हें केमिस्ट्स और फार्मास्यूटिकल्स क्षेत्र में प्रदाताओं के जरिए पहुंचाया जाएगा।
इस संबंध में पीएसआई इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक शंकर नारायणन ने कहा, ” गुजरे 28 वर्षों में पीएसआई इंडिया ने केंद्र और राज्य सरकारों, जाने माने साझेदार संगठनों और निजी फर्मों के साथ मिलकर काम किया है ताकि हेल्थकेयर उत्पादों और सेवाओं को जरूरतमंद लोगों के बीच आसानी से उपलब्ध कराया जाए और किफायती बनाया जाए। यह प्रगति भारत में गैर सरकारी संगठनों के लिए नई संभावनाओं की यात्रा है ताकि सामाजिक विकास में नवीनता और उद्यमिता के जरिए साझा मूल्य और प्रभाव लाया जा सके।”