पटना, 7 अक्टूबर (आईएएनएस)। केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने यहां शुक्रवार को कहा कि बिहार में करीब 1़ 54 करोड़ राशन कार्डो में से मात्र 20 हजार को ही आधार कार्ड से जोड़ा जा सका है। यह आंकड़ा महज 0़ 13 फीसदी है।
उन्होंने दावा किया कि अगर सभी राशन कार्डो को आधार से जोड़ दिया जाए तो 25 प्रतिशत राशन कार्ड फर्जी साबित होंगे।
पासवान ने पटना में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि बिहार में राशन कार्ड को आधार कार्ड से जोड़ने का काम काफी धीमा है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, “बिहार में करीब 100 प्रतिशत अनाज उठाव हो रहा है, फिर भी गरीबों को अनाज नहीं मिल रहा है। इससे भारी नाइंसाफी क्या होगी। दरवाजे तक अनाज पहुंचाने के लिए केंद्र सरकार राशि भी दे रही है।”
इधर, बिहार के खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के सचिव दीपक प्रसाद ने पत्रकारों को बताया कि सूबे के राशन कार्डो को अगल वर्ष जनवरी तक आधार कार्ड से जोड़ दिया जाएगा। यही नहीं, इसी अवधि में सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकानों में लोगों को फिंगर प्रिंट्स तकनीक से सामग्री मिलेगी। उन्होंने बताया कि यह काम काफी तेजी से जारी है।
इससे पहले, पासवान ने भारतीय खाद्य निगम और राज्य खाद्य निगम के अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की, जिसमें अनाज के भंडारण और उसके वितरण व उठाव के मामलों पर चर्चा की गई।
पासवान के कहा कि पूरे देश में 2़62 करोड़ फर्जी राशन कार्ड पकड़े गए हैं। इससे सरकार पर 15 हजार करोड़ रुपये की सब्सिडी का भार कम हुआ है।