सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती समारोह में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करने आई अनुप्रिया ने कहा कि प्रदेश की जनता की उम्मीदों पर सपा सरकार ने पानी फेर दिया है। उन्होंने कहा कि देश में उप्र सबसे बड़ा राज्य है जहां से दिल्ली की सत्ता का रास्ता खुलता है लेकिन जातिवाद व भ्रष्टाचार, लूट के कारण इसकी बदहाली दूर नहीं हो रही।
उन्होंने कहा कि सपा बसपा ने बारी बारी से यहां लूट खसोट मचाई। यह ऐसा प्रदेश है जहां हर जिले की अपनी अर्थव्यवस्था है। फिर भी लोग रोजगार की तलाश में बाहर जाते हैं। उन्होंने कहा कि यूपी के लोग स्वाभिमानी है। उन्हें लैपटॉप व स्मार्टफोन की भीख नहीं चाहिए। उन्हें अवसर चाहिए।
अनुप्रिया ने कहा कि विधानसभा चुनाव2017 में पिछले लोकसभा चुनाव की तरह भाजपा और अपना दल गठबंधन की सरकार 2017 में बनेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा से अपना दल का गठबंधन तय है, लेकिन अभी सीटों का बंटवारा नहीं हुआ है। मां कृष्णा पटेल के साथ मतभेदों के सवाल को टालते हुए कहा कि अपना दल का पूरा परिवार उनके साथ है। कार्यकर्ता पदाधिकारी सब उनके साथ हैं। यह चैप्टर पुराना हो गया। समाजवादी कुनबे में चल रही रार नया है इस पर चर्चा करिए। उन्होंने कहा कि उप्र में भाजपा गठबंधन की जीत के बाद मुख्यमंत्री पद तो भाजपा के पास ही रहेगा। अन्य पदों पर आम सहमति बनाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में संक्रामक बीमारियों की रोकथाम के लिए केंद्र सरकार ने पहले ही राज्य सरकारों को पर्याप्त बजट दे रखा है। इसका उपयोग करना राज्य सरकार का काम है। अनुप्रिया पटेल ने कहा कि देश में 82 जिलों को चिन्हित किया गया है जहां अस्पताल के साथ मेडिकल कॉलेज भी संचालित किया जाएगा। 11 नए एम्स खोले गए हैं। पहले चरण में तो चित्रकूट को कुछ नहीं मिला। उनका प्रयास है कि अगले साल मेडिकल कॉलेज या फिर एम्स के रूप में जिले में एक केंद्र की स्थापना की जाए।